हाजीपुर/महनार : महनार नगर पंचायत से फर्जी तरीके से निकाली गयी 70 लाख की राशि बीआरजीएफ मद की थी. यह राशि बीते तीन वर्षों से भारतीय स्टेट बैंक की शाखा में थी. राशि की अवैध निकासी का खुलासा तब हुआ जब कार्यपालक द्वारा चेक संख्या 53, 54, 55, एवं 56 के माध्यम से सहायक वाणिज्य कर उपायुक्त के नाम से 20 हजार 745 रुपये,
सहायक आयकर उपायुक्त के नाम से चार हजार 149 रुपये, श्रम विभाग को एक लाख नौ हजार 766 एवं खनिज विकास पदाधिकारी के नाम से 28 हजार 609 रुपये का डीडी निर्गत करने के लिए बैंक को भेजा गया. बैंक की ओर से कहा गया कि उक्त खाते में मात्र 11 हजार 970 रुपये की राशि ही शेष है.
पटना के कई बैंकों से हुआ भगुतान : कार्यपालक पदाधिकारी ने बताया कि जब भारतीय स्टेट बैंक की शाखा महनार के शाखा प्रबंधक से इस संबंध में पूछताछ की गयी, तो उन्होंने बताया कि उक्त खाते की राशि का क्लीयरेंस दिल्ली से हुआ है. हालांकि बैंक अकाउंट स्टेटमेंट से यह बात सामने आयी कि खाते की राशि का क्लीयरेंस पटना के यूको बैंक, फेडरल बैंक एवं को-ऑपरेटिव बैंक की शाखा से उपरोक्त नामजद लोगों ने कराया है.
छह हैं नामजद
महनार नगर पंचायत के खाते से 70 लाख की फर्जी तरीके से निकासी कर ली गयी है. इस संबंध में छह लोगों को नामजद और अन्य के खिलाफ महनार थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. विभाग द्वारा कुछ सरकारी संस्थाओं के नाम डीडी बनाने के लिए बैंक में चेक भेजा गया था. इसके बाद अवैध निकासी का खुलासा हुआ.
शैलेंद्र कुमार वर्मा, महनार नगर पंचायत
चेक बाउंस का भी मामला
कार्यपालक पदाधिकारी महनार की ओर से महनार थाने में फर्जी चेकों से 70 लाख रुपये की निकासी के संबंध में प्राथमिकी दर्ज करने के लिए आवेदन दिया गया है. छह लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है. दिसंबर 2016 से उक्त खाते से रुपये की निकासी की जा रही थी. इस सिलसिले में चेक वाउंस का मामला भी सामने आया है.
अभय कुमार सिंह, थानाध्यक्ष, महनार