हजारों लीटर पानी की हो रही बरबादी
सहदेई बुज़ुर्ग : एक-एक बूंद पानी बचाने के लिए एक तरफ सरकार करोड़ों रुपए पानी की तरह खर्च कर रही है. जल संचय को लेकर पंचायतों से लेकर सरकारी स्कूलों और भवनों पर जल संरक्षित यंत्र लगाया गया. जिला प्रशासन द्वारा एक अभियान चलाकर जल संचय के लिए टंकी बनायी गयी. सरकार का इस योजना […]
सहदेई बुज़ुर्ग : एक-एक बूंद पानी बचाने के लिए एक तरफ सरकार करोड़ों रुपए पानी की तरह खर्च कर रही है. जल संचय को लेकर पंचायतों से लेकर सरकारी स्कूलों और भवनों पर जल संरक्षित यंत्र लगाया गया.
जिला प्रशासन द्वारा एक अभियान चलाकर जल संचय के लिए टंकी बनायी गयी. सरकार का इस योजना में करोड़ों रुपये खर्च हुए. वहीं दूसरी तरफ विभागीय उदासीनता के कारण सहदेई प्रखंड के पीएचडी की उदासीनता के कारण हजारों लीटर पानी रोजाना सड़क पर बहकर बरबाद हो रहा है.
लोगों को शुद्ध पेयजल मुहैया कराने के लिए पानी टंकी का निर्माण किया गया. छह माह से पानी टंकी से लोगों को जल की आपूर्ति नहीं हो रही है. गरमी के तपिश आते है क्षेत्र के चापाकल से पानी निकलना बंद हो गया है. लोग पानी के लिए आसपास के कुआं और अन्य साधनों पर निर्भर होने को विवश है. क्षेत्र के ज्यादातर लोग पीने का पानी खरीद कर पीते हैं. इस संबंध में पीएचडी कार्यालय में कार्यरत पदाधिकारी ने बताया कि जल्द ही इस दिशा में काम शुरू होने वाला है.
स्थानीय जनप्रतिनिधियों में रोजाना हजारों लीटर बेकार हो रहे पानी को लेकर आक्रोश है. जिला पार्षद जसवीर कुमार सिंह और
प्रखंड प्रमुख रेणु देवी ने बताया कि विभाग द्वारा काम शुरू होने की जानकारी दी गयी है. यथाशीघ्र विभाग इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाती है तब सहदेई प्रखंड के जनप्रतिनिधि इसके विरोध में धरना-प्रदर्शन करेंगे.