वैशाली : वैशाली में ब्रह्मा जी का भव्य मंदिर बनाने की मांग उठने लगी है. स्थानीय लोगों में इस संबंध में चर्चा जोर पकड़ने लगी है कि देश का दूसरी ब्रह्मा जी की मूर्ति है, जो यहां मिली है. वहीं पहला मंदिर राजस्थान के पुष्कर में है. लगभग साढ़े तीन एकड़ में फैले खनका पोखर, जहां से खुदाई के क्रम में दस शताब्दी पूर्व पालकालीन ब्रह्मा जी की मूर्ति मिली है. उस स्थल पर भव्य मंदिर का निर्माण कराया जाये. लोगों का यह भी कहना है कि मंदिर निर्माण होने से वैशाली का समुचित विकास होगा
और वैशाली भ्रमण पर आने वाले पर्यटकों की संख्या में भारी इजाफा होगा. साथ ही यहां के लोगों को रोजी-रोटी के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा. मालूम हो कि वैशाली के ऐतिहासिक स्थल राजा विशाल के गढ़ के समीप स्थित सरकारी पोखर से बुधवार को मिट्टी के अवैध खनन के दौरान ब्रह्मा जी की तीन मुख की 124 सेंटीमीटर लंबी एव 53 सेंटीमीटर चौड़ी मूर्ति मिली, जिसे स्थानीय लोगों द्वारा पास ही स्थित बाला भगवान के मंदिर में स्थापित कर अष्टयाम प्रारंभ कर दिया.
मूर्ति को देखने आसपास के दूर-दराज के गांव के साथ-साथ बिहार के कोने-कोने से लोग आ रहे हैं. वहीं दूसरी ओर खुदाई स्थल खनका पोखर, जहां से मूर्ति निकली है, उस पोखर की थोड़ी सी मिट्टी भी अपने साथ ले जाने को ले लोगों में होड़ लगी है.