बेगूसराय. जिले में पुलिस की ”वज्रा” टीम हत्या, लूट एवं डकैती मामलों के आरोपियों पर लगातार कहर बरपा रही है. जून में इस टीम ने संगीन अपराध शीर्ष में 163 अपराधियों को गिरफ्तार किया है, जबकि वज्रा टीम के डर से 59 ने आत्मसमर्पण कर दिया. यह जानकारी गुरुवार को अपराध समीक्षा बैठक के बाद आयोजित प्रेस वार्ता में एसपी योगेंद्र कुमार ने दी.
एसपी ने बताया कि जून माह में 623 को जेल भेजा गया, जिसमें 34 हत्या एवं लूट के कांडों के अपराधी शामिल थे, इसमें 222 गिरफ्तारी वज्रा के कारण हुई है. जून में एंटी क्रिमिनल वाहन चेकिंग के दौरान 24 अवैध हथियार एवं 69 जिन्दा गोली जप्त किया गया. स्पीडी ट्रायल के माध्यम से पांच कांडों में 12 को सजा दिलाई गई, पांच लोक अभियोजकों को पुरस्कृत किया गया. जनता दरबार में 275 लोगों की शिकायतों पर कार्रवाई की गई. मंझौल के डीलर अरूण सिंह हत्याकांड एवं टेंट हाउस संचालक गोलीकांड तथा नागदाह गोली कांड का उद्भेदन किया गया.
बेगूसराय पुलिस ने अपराध नियंत्रण के लिए वायरलेस से औचक वाहन चेकिंग की व्यवस्था शुरू की. थाना गश्ती गाड़ियों को जीपीएस कंट्रोल रूम से और प्रभावी किया जा रहा है. इससे जून में भारी मात्रा में अवैध आग्नेयास्त्रों की बरामदगी एवं गिरफ्तारी हुई है, जिससे कई बड़ी घटनाएं टल गई तथा हथियार, गोली, खोखा एवं गांजा भी बरामद किया गया है. जून में 37 पुलिसकर्मियों को सुसेवांक एवं 72 पुलिसकर्मियों को नगद राशि से पुरस्कृत किया गया है. थानाध्यक्ष एवं अंचलाधिकारी के पास भूमि विवादों के 334 नए मामले आए, जिसमें 289 मामलों का निष्पादन किया गया है, 11 हजार 405 वाहनों की जांच कर एक लाख 83 आठ सौ का चालान वसूला गया.