Valentine Day Week 2021: बिहार में वैलेंटाइन डे पर 12 सौ रुपये तक के बिक रहे ग्रीटिंग्स कार्ड, जानिये स्मार्ट फोन से कारोबार पर कितना पड़ा असर

प्रेमी युगलों के एक-दूसरे को 14 फरवरी यानी वैलेंटाइन डे पर शुभकामना, बधाई व प्रेम का इजहार करने की परंपरा दुनिया के अधिकतर देशों में वर्षों से चली आ रही है. इससे अब भारत भी अछूता नहीं है.

By Prabhat Khabar News Desk | February 13, 2021 11:19 AM

गया: प्रेमी युगलों के एक-दूसरे को 14 फरवरी यानी वैलेंटाइन डे पर शुभकामना, बधाई व प्रेम का इजहार करने की परंपरा दुनिया के अधिकतर देशों में वर्षों से चली आ रही है. इससे अब भारत भी अछूता नहीं है.

अधिकतर लोग अपनी आर्थिक क्षमता के अनुसार गुलाब का फूल, ग्रीटिंग्स कार्ड व अन्य उपहार की वस्तुओं को देकर वैलेंटाइन डे पर प्रेम का इजहार करते रहे हैं. लेकिन, इस बार इस प्रेम दिवस का कोरोना काल में प्रेम का इजहार करना भी महंगा हो गया है.

वैलेंटाइन डे के ग्रीटिंग्स कार्ड इस बार 75 से 12 सौ रुपये तक में बाजार में कारोबारियों द्वारा बेचे जा रहे हैं. वहीं, गुलाब के फूल भी इस दिन महंगा होने का अनुमान इससे जुड़े कारोबारियों द्वारा लगाया जा रहा है. हालांकि ग्रीटिंग्स कार्ड के कारोबारी पीके जैन ने कहा कि स्मार्ट मोबाइल फोन के आने से अब अधिकतर लोग वाट्सएप व अन्य डिजिटल माध्यम से वैलेंटाइन डे की बधाई दे रहे हैं.

इसके कारण ग्रीटिंग्स कार्डों की बिक्री बीते करीब तीन साल से काफी कम हो गयी है. वर्ष 2019 की तुलना में वर्ष 2020 में 20 प्रतिशत से से भी कम ग्रीटिंग्स कार्ड की बिक्री वैलेंटाइन डे पर हुई थी. बावजूद ग्रीटिंग्स कार्ड के लेटेस्ट रेंज को भी बिक्री के लिए लाया गया है.

संत वैलेंटाइन की स्मृति में मनाया जाता है यह दिवस

ओरिया ऑफ जैकोबस डी वॉरिजिन पुस्तक के अनुसार, संत वैलेंटाइन की स्मृति में यह दिवस मनाया जाता है. इस पुस्तक के अनुसार, 14 फरवरी वर्ष 269 को संत वेलेंटाइन को फांसी पर चढ़ा दिया गया था.

रिश्तों को मजबूत करने का प्रतीक है यह प्रेम दिवस

इतिहास के अनुसार, वैलेंटाइन डे यानी प्रेम दिवस को एक-दूसरे के साथ प्रेम व स्नेह को इजहार कर रिश्तों को मजबूत करने का प्रतीक माना गया है. अपने दोस्तों के अलावा जीवनसंगिनी, परिवार के सदस्यों के अलावा अन्य रिश्तों को भी मजबूत करने के लिए वैलेंटाइन डे यानी प्रेम दिवस को मनाने की परंपरा पूरी दुनिया में वर्षों से चली आ रही है.

Posted by Ashish Jha

Next Article

Exit mobile version