लोकसभा चुनाव से पहले केंद्र सरकार बिहार को तीन नए वंदे भारत एक्सप्रेस (Vande Bharat Express) की सौगात दिया है. इससे पटना से रांची, पटना से हावड़ा तथा वाराणसी से गया की दूरी घट जायेगी. पटना से रांची की दूरी तो अब 8 घंटे की जगह मात्र चार घंटे में पूरी होगी.इसी प्रकार वाराणसी से गया और पटना से हावड़ा की दूरी भी आधे से कम हो जायेगी.
बताते चलें आम बजट 2023 में रेल योजनाओं को बिहार में विस्तार मिला है.पूर्व-मध्य रेलवे के लिए केंद्र सरकार ने 10 हजार 232 करोड़ का प्रावधान किया है. पहले से ही केंद्र सरकार की बिहार में रेल परियोजनाओं पर करीब 74 हजार 880 करोड़ का काम चल रहा है.इसके बाद बिहार को केंद्र सरकार ने तीन नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों का परिचालन का सौगात देकर बिहार के लोगों की बहुत पुरानी मांग मान ली है.बिहार से फिलहाल एक वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन गुजरती है.यह वंदे भारत एक्सप्रेस बिहार के तीन स्टेशनों पर रुकती है. हावड़ा से न्यू जलपाईगुड़ी के बीच चलने वाली ये ट्रेन बिहार के बारसोई, मालदा और बोलपुर स्टेशन पर दोनों दिशाओं में रुकती है.
नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पटना से रांची,पटना से हावड़ा तथा वाराणसी से गया-धनबाद होते हुए हावड़ा के लिए जायेगी.इससे बिहार के साथ- साथ झरखंड और यूपी के भी यात्रियों को लाभ होगा.गया के लोगों की बहुत दिनों से हावड़ा के लिए एक एक्सप्रेस ट्रेन की मांग थी. केंद्र सरकार ने वाराणसी से गया-धनबाद होते हुए हावड़ा के लिए देकर गया के लोगों की मांग को पूरा कर दिया है. इसी प्रकार से पटना के लोगों का भी बहुत दिनों से रांची के लिए एक्सप्रेस ट्रेन की मांग थी.केंद्र सरकार ने इनकी भी मांग मान ली है. फिलहाल पटना से एक जन शताब्दी ट्रेन चलती है. जो कि पटना से रांची की दूरी 8 घंटे में पूरा करती है.
पटना से रांची के लिए चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को पटना-इलस्लापुर होते हुए रांची के लिए बनी नई लाइन से चलाने की योजना है. इस लाइन से पटना से रांची की दूरी लगभग 50 किलोमीटर कम हो जाएगी. रेलवे के अनुसार अप्रैल के बाद तीनों ट्रेनों का परिचालन किसी भी दिन शुरु हो सकती है. रेलवे के अनुसार लाइन पर कवच और आटोमैटिक ब्लाक सिग्नल सिस्टम का जहां कार्य पूरा हो चुका है,वहां वंदे भारत की स्पीड 160 किलोमीटर प्रतिघंटा होगी.