वाराणसी से गया होकर हावड़ा तक का सफर करते हैं. तो फिर यह खबर आपके काम की है. रेलवे अब वाराणसी से हावड़ा तक के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन देने जा रही है. इसको लेकर कई स्तरों पर तैयारी शुरू हो गयी है. सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो अक्तूबर में यह ट्रेन गया-हावड़ा रेलखंड पर दौड़ने लगेगी. इसके शुरू होने से धनबाद व गया के लोगों को काफी फायदा होगा. हालांकि, ट्रेन सेवा शुरू करने को लेकर आधिकारिक घोषणा नहीं की गयी है.
जानकारी के अनुसार, दो दिन पहले रेल मंत्रालय में हुई उच्च स्तरीय बैठक में गया होकर वाराणसी से हावड़ा के बीच एक वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चलाने का फैसला किया गया है. इसके लिए पूर्व रेलवे व पूर्व मध्य रेलवे के अधिकारियों को तैयारी शुरू करने का निर्देश दिया गया है. पूर्व मध्य रेलवे हाजीपुर के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी वीरेंद्र कुमार ने बताया कि गया होकर हावड़ा व वाराणसी के बीच वंदे भारत ट्रेन चलाने पर विचार किया गया है.
वरीय अधिकारियों की ओर से हरी झंडी मिलने के बाद ही आगे का काम शुरू किया जायेगा. इस रूट पर वंदे भारत की अधिकतम रफ्तार 150 किमी प्रति घंटे होगी. सेंट्रल बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष डॉ कौशलेंद्र प्रताप ने बताया कि मंत्रालय की तरफ से उनको एक पत्र मिला है, जिसमें गया से हावड़ा, आसनसोल, धनबाद के रास्ते रेल सेवा के परिचालन की अनुमति दी गयी है.
हावड़ा-नई दिल्ली मार्ग पर ट्रेन की गति की बात करें तो इसे बढ़ाकर 160 किमी प्रति घंटा करने के लिए बुनियादी ढांचा विकास का काम जारी है. ये काम कई वर्षों से चल रहा है. हादसों को रोकने पर भी रेलवे मंत्रालय का ध्यान है. यही वजह है कि इस रूट पर बेहतर तकनीक से उन्नत करने का काम भी चल रहा है. रेलवे अधिकारियों ने कहा कि यदि काम कुछ महीनों के भीतर पूरा कर लिया जाता है, तो वंदे भारत एक्सप्रेस वाराणसी और हावड़ा के बीच अधिकतम 150 किमी प्रति घंटे या उससे अधिक की गति से पटरी पर दौड़ती नजर आएगी. यह रूट वाराणसी से मुगलसराय, धनबाद से हावड़ा तक विस्तारित किया जाएगा.