औरंगाबाद में अज्ञात वाहन ने भाई-बहन को रौंदा, मौत से आक्रोशित परिजनों ने सड़क जाम कर किया प्रदर्शन

गुरुवार को औरंगाबाद में हुए एक सड़क हादसे में भाई-बहन की मौत हो गई. दोनों भाई-बहन घर से बाजार जा रहे थे इसी दौरान एक अज्ञात वाहन ने दोनों को कुचल दिया. घटना के बाद से परिवार वालों को रो-रोकर बुरा हाल हुआ है तो वहीं गांव में मातम पसरा हुआ है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 15, 2023 10:59 PM

औरंगाबाद. गुरुवार की शाम बारुण थाना क्षेत्र के नबीनगर-बारुण मुख्य पथ पर एनीकट नर्सरी के समीप तेज रफ्तार अज्ञात वाहन की टक्कर से भाई-बहन की दर्दनाक मौत हो गई. मृतक की पहचान बारुण थाना क्षेत्र के धमनी गोला निवासी अमृत चौधरी के 14 वर्षीय पुत्र अरमान कुमार एवं 15 वर्षीय पुत्री सिमरन कुमारी के रूप में हुई है.

जा रहे थे बाजार 

घटना के संबंध में मृतक के चचेरे भाई साकेत कुमार ने बताया कि दोनों भाई बहन घर से बाजार जा रहे थे. तभी एनीकट नर्सरी के समीप अज्ञात वाहन ने दोनों को रौंद दिया जिससे घटनास्थल पर ही दोनों की मौत हो गई. घटना के बाद घटनास्थल पर स्थानीय नागरिकों व ग्रामीणों की भीड़ इकट्ठा हो गई. आक्रोशित परिजन मुआवजे को लेकर सड़क जाम कर प्रदर्शन करने लगे.

सिमरन फुटबॉल की एक अच्छी खिलाड़ी थी

ग्रामीणों का आरोप है कि एनटीपीसी व एनपीजीसी कंपनी से निकले राख का ओवरलोड गाड़ियों से इसी सड़क से 24 घंटे परिवहन होते रहता है. जिससे आए दिन स्थानीय ग्रामीण सड़क दुर्घटना का शिकार बनते रहते हैं. उन्होंने बताया कि सिमरन फुटबॉल की एक अच्छी खिलाड़ी थी. दो वर्ष पूर्व सिमरन जिला से चयन होकर फुटबॉल खेलने व प्रशिक्षण लेने के लिए सिवान रहती थी. गर्मी की छुट्टियों में वह अपने घर आई हुई थी. मृतक के पिता मजदूरी कर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं.

आक्रोशित परिजनों ने की नो एंट्री की मांग

घटना के सम्बंध में बारुण नगर परिषद के चेयरमैन इंदु देवी ने बताया कि भाई-बहन के मौत की घटना बेहद दुखद है. उन्होंने आपदा राहत के तहत यथाशीघ्र मुआवजा दिलाने की बात कही. बताया कि जिला पदाधिकारी को कुछ दिन पूर्व पत्राचार किया गया था जिसमें ओवरलोड वाहन को प्रतिबंध करते हुए बड़ी वाहन एवं राख ढोनेवाले वाहन इस रोड में ना चलने के लिए जिक्र किया गया था. साथ ही नो एंट्री की भी मांग की गई थी. उन्होंने बताया कि पूर्व की तरह प्रतिदिन रात के 8:00 से सुबह 6:00 तक बड़ी वाहन को चलाने की अनुमति मिले. पूरा दिन नो एंट्री लगा रहे. ताकि सुदूर ग्रामीण इलाकों से बाजार आनेवाले ग्रामीण व पढ़ने आनेवाले छात्रों को दुर्घटना का शिकार ना होना पड़े.

Also Read: बिहार: 10 लाख दो, नहीं तो… कारोबारी से फोन पर मांगी रंगदारी, डर के मारे दो दिन से बंद रखी है दुकान
गांव में पसरा मातम

घटना के बाद बारुण अंचलाधिकारी उदय प्रताप सिंह एवं बारुण थानाध्यक्ष शमीम अहमद दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और घटना की पूरी जानकारी ली. वहीं प्रदर्शन कर रहे परिजनों को किसी तरह समझा-बुझाकर वहां से हटाया और आपदा राहत के तहत मिलने वाली मुआवजे का आश्वासन दिया. घटना के बाद पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया जहां से पोस्टमार्टम के उपरांत शव परिजनों को सौंप दिया गया. घटना के बाद से परिवार वालों को रो-रोकर बुरा हाल हुआ है तो वहीं गांव में मातम पसरा हुआ है.

Next Article

Exit mobile version