पटना. राज्य के अंदर अवैध शराब बनाने व बेचने वालों के खिलाफ प्रभावी अभियान चलाने के बाद अब मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग दूसरे राज्यों से प्रदेश में आने वाली शराब पर रोक लगाने के अभियान में जुट गया है. इसके लिए सबसे पहले अंतरराज्जीय सीमाओं से लगने वाले इलाकों में निगरानी मजबूत करने की कवायद की जा रही है. विभाग के अपर मुख्य सचिव के निर्देश पर 21 जिलों में बिहार को छूने वाली दूसरे राज्यों की सीमाओं के पास 50 से अधिक नये चेकपोस्ट बनाये गये हैं. अंतरराज्जीय सीमाओं पर पहले मात्र 13 चेकपोस्ट थे, जिनकी संख्या बढ़ा कर 64 कर दी गयी है.
अधिकारियों के मुताबिक इन चेकपोस्टों पर गुजरने वाले सभी वाहनों के जांच की व्यवस्था की जायेगी. इसके लिए एएसआइ के नेतृत्व में होमगार्ड व जवानों की तैनाती की जा रही है. 20 अक्तूबर तक ट्रेनिंग कर लौटने वाले सभी नवनियुक्त मद्य निषेध पदाधिकारी व सिपाहियों को यहां पर तैनात कर दिया जायेगा. उनको एक चार पहिया, दो मोटरसाइकिल और शराबियों की जांच के लिए आवश्यक ब्रेथ एनलाइजर आदि उपलब्ध कराये जा रहे हैं. चेक पोस्ट के लिए प्री-फैब स्ट्रक्चर के साथ सीसीटीवी, कंप्यूटर, इन्वर्टर आदि उपकरण भी दिये जा रहे हैं.
21 जिलों में गोपालगंज व किशनगंज में सबसे अधिक 13 चेकपोस्ट बने हैं. गोपालगंज में सात, किशनगंज में छह, कैमूर, अररिया और औरंगाबाद में पांच-पांच, बक्सर व मोतिहारी में चार-चार, नवादा, बांका, जमुई व सीतामढ़ी में तीन-तीन, गया, भागलपुर, कटिहार, मधुबनी, सीवान, सुपौल और पश्चिम चंपारण में दो-दो जबकि रोहतास, सारण और पूर्णिया में एक-एक चेकपोस्ट बना है. इन चेकपोस्टों पर हर दिन जांच किये गये वाहनों, जब्त शराब, गिरफ्तारी, दर्जकिये जाने वाले केस, लगने वाले डिजिटल लॉक आदि की जानकारी विभागीय मुख्यालय में ली जा रही है.