पटना में 20 लाख वाहनों के लिए महज 1100 ट्रैफिक पुलिस, महज आठ जगहों पर हो रहा ट्रिपल शिफ्ट में काम
वर्ष 2005 में पटना जिला परिवहन कार्यालय में पांच लाख वाहन पंजीकृत थे. अब ये बढ़ कर लगभग 20 लाख हो चुके हैं. इनमें 4.5 लाख व्यावसायिक वाहन और 15.5 लाख प्राइवेट वाहन हैं. सबसे अधिक वृद्धि बाइक की संख्या में हुई है और यह नौ लाख के पार पहुंच गयी है.
अनुपम कुमार, पटना. वर्ष 2005 में पटना जिला परिवहन कार्यालय में पांच लाख वाहन पंजीकृत थे. अब ये बढ़ कर लगभग 20 लाख हो चुके हैं. इनमें 4.5 लाख व्यावसायिक वाहन और 15.5 लाख प्राइवेट वाहन हैं. सबसे अधिक वृद्धि बाइक की संख्या में हुई है और यह नौ लाख के पार पहुंच गयी है.
हेवी कमर्शियल व्हेकिल की संख्या लगभग तीन लाख है. निजी चारपहिया वाहनों की संख्या छह लाख के करीब है. इसप्रकार बीते 16 वर्षों में वाहनों की संख्या में चार गुणा इजाफा हुआ है. लेकिन न तो ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की संख्या में इस दौरान वृद्धि हुई और न ही उसके रेगुलेशन वाहन या अन्य संसाधन बढ़े.
1100 ट्रैफिक पुलिसकर्मियों पर 20 लाख वाहनों का बोझ
वाहन लोड बढ़ने के साथ साथ ट्रैफिक पुलिस के संसाधन नहीं बढ़े हैं. इन दिनों पटना ट्रैफिक पुलिस के पास लगभग 1100 अधिकारी, सिपाही और होमगार्ड हैं. इन पदों का सृजन 2005 में हुआ था जब शहर में दौड़ रहे वाहनों की संख्या वर्तमान के 20 लाख की बजाय केवल पांच लाख थी. उन दिनों शहर में 40-45 ट्रैफिक प्वाइंट पर ही पोस्ट बने थे, अब इनकी संख्या बढ़ कर 73 हो गयी है.
इनमें 65 जगह डबल शिफ्ट में और आठ जगह ट्रिपल शिफ्ट में ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के तैनाती की जरूरत पड़ती है. लेकिन इस बढ़ी जरूरत के अनुसार ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की संख्या नहीं बढ़ी है. दो वर्ष पहले केवल इतना हुआ है कि ट्रैफिक पुलिस के कई वर्षों से रिक्त पड़े लगभग चार सौ पदों को भरा गया है. हालांकि सृजित क्षमता में कोई वृद्धि नहीं हुई है. 73 ट्रैफिक पोस्ट में 23 जगहों पर केविन भी नहीं बने हैं.
10 रेगुलेशन दस्ते, जरूरत 40 की
जीप या जिप्सी में सवार होकर जल्द जाम स्थल पर पहुंच कर उसे छुड़ाने के लिए ट्रैफिक पुलिस के पास अभी 10 रेगुलेशन दस्ते ही हैं, जिनका गठन 16 वर्ष पहले हुआ था. तब से अब तक वाहन लोड चार गुना बढ़ गया है. उसके अनुसार 40 रेगुलेशन दस्ते की जरूरत है, लेकिन इसकी संख्या नहीं बढ़ी है. बल्कि इनमें से भी एक-दो रेगुलेशन दस्ते गाड़ी खराब होने के कारण प्राय: काम नहीं कर पाते हैं.
केवल 65 गश्ती मोटर साइकिल, जरूरत 100 की
ट्रैफिक पुलिस के पास केवल 65 गश्ती मोटर साइकिल हैं जो जरूरत से बहुत कम हैं. इनमें 17 नये अपाची बाइक भी शामिल हैं जो चार-पांच माह पहले ट्रैफिक पुलिस को दिये गये हैं. इसे बढ़ा कर कम से कम 100 करने की जरूरत है.
ट्रैफिक पुलिस का मानव संसाधन
पद सृजित क्षमता पदस्थापित
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अधीक्षक 1 1
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उपाधीक्षक 3 3
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सार्जेंट मेजर 1 1
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इंस्पेक्टर 2 1
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सार्जेंट 3 —
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सब इंस्पेक्टर 53 56
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एएसआइ 33 79
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हवलदार 76 33
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सिपाही 661 741
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होमगार्ड 400 327
महिला ट्रैफिक पुलिसकर्मी
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एएसआइ 3
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हवलदार 5
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सिपाही 242
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होमगार्ड 5
कुल 255
Posted by Ashish Jha