करोड़ों की ठगी करने वाला शातिर जेल जाने से पहले बीमार, एम्स में भर्ती, पटना-कोलकाता में 16 मामले दर्ज
हाजत में बंद होने के बाद से ही उसकी तबीयत बिगड़ती चली गयी. अवैध कमाई से अपनी ऊंची पहुंच का हवाला देकर अब तक पुलिस से बचने वाला ठग सागर नारायण तिवारी बुधवार की देर रात बेचैनी की शिकायत फुलवारीशरीफ थाना पुलिस से की. उसकी तबीयत खराब होने पर पुलिस ने उसे आनन-फानन में पटना एम्स में भर्ती कराया गया.
पटना. ऑफिसर बनकर लोगों को लग्जरी वाहनों को भाड़े पर चलवाने, सरकारी विभागों में भाड़े पर लगवाने और तरह-तरह के प्रलोभन देकर लोगों को ठगने वाला शातिर ठग सागर नारायण तिवारी जेल जाने से पहले ही बीमार हो गया. अब तक दर्जनों लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी कर ऐशो आराम की जिंदगी बिताने वाला सागर नारायण तिवारी बुधवार को फुलवारीशरीफ के पेठिया बाजार इलाके में एक युवक को अपने जाल में फंसाने के चक्कर में गिरफ्तार किया गया था. गिरफ्तारी के बाद फुलवारीशरीफ थाना पुलिस ने उसे हाजत में बंद कर दिया था.
डॉक्टरों ने उसे दूसरे दिन भी छुट्टी नहीं दी
हाजत में बंद होने के बाद से ही उसकी तबीयत बिगड़ती चली गयी. अवैध कमाई से अपनी ऊंची पहुंच का हवाला देकर अब तक पुलिस से बचने वाला ठग सागर नारायण तिवारी बुधवार की देर रात बेचैनी की शिकायत फुलवारीशरीफ थाना पुलिस से की. उसकी तबीयत खराब होने पर पुलिस ने उसे आनन-फानन में पटना एम्स में भर्ती कराया गया. पटना एम्स में भर्ती होने के बाद डॉक्टरों ने उसे दूसरे दिन भी छुट्टी नहीं दी.
जांच में बीपी लेबल अनियंत्रित मिला
फुलवारीशरीफ थाना अध्यक्ष रहमान ने बताया कि शातिर ठग सागर नारायण तिवारी ने जब बीमार होने की बात बतायी तो पहले पुलिस को लगा कि वह जेल जाने से बचने के लिए बहाने कर रहा है, लेकिन पुलिस ने उसकी जांच करायी तो उसका बीपी लेवल अनियंत्रित और उसकी बेचैनी देख उसे इलाज के लिए पटना एम्स ले गयी. एम्स में उसका इलाज चल रहा है. डॉक्टरों द्वारा उसे डिस्चार्ज करने के बाद जेल भेजने की कार्रवाई की जाएगी.
कई थानों में दर्ज हैं मामले
बता दें कि रूपसपुर के रामजयपाल नगर इलाके में रहने वाला सागर नारायण तिवारी के खिलाफ पटना के कई थानों ठगी के मामले दर्ज हैं. पटना समेत समेत बिहार के कई जिलों में लोगों से उनके लक्जरी वाहनों को भाड़े पर सरकारी महकमे में लगवाने के नाम पर लेने के बाद नशीले पदार्थों की तस्करी और अापराधिक वारदातों को अंजाम देने में अपराधियों को सौंप देता था.
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पटना और कोलकाता में दर्ज हैं सबसे अधिक मामले
बता दें कि सागर नारायण तिवारी उस सागर राज के खिलाफ पटना और कोलकाता में सबसे अधिक मामले दर्ज हैं. पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक पटना के रूपसपुर थाना में इसके खिलाफ चार मामले दर्ज हैं. वहीं कोलकाता में इसके खिलाफ सात मामले दर्ज हैं. मुजफ्फरपुर में दो मामले एवं पटना के फुलवारीशरीफ, अगम कुआं और बुद्धा कॉलोनी थाने में एक-एक मामला दर्ज है. पुलिस इसके अपराधिक रिकॉर्ड को खंगाल रही है.