Bihar Teacher Recruitment Dispute News डोमिसाइल नीति खत्म करने से आक्रोशित बिहार के शिक्षक अभ्यर्थी और पुलिस के बीच शनिवार को जमकर बवाल हुआ. शिक्षक बहाली प्रक्रिया में डोमिसाइल नीति लागू करने पर आक्रोशित छात्रों ने कहा कि बिहार के नेता और मंत्री ठीक नहीं हैं. दूसरे प्रदेश के नेता और मंत्री को बिहार में मौका मिलना चाहिए. देखिए वीडियो..
बिहार के शिक्षक अभ्यर्थी राजभवन मार्च के लिए पटना के गांधी मैदान में एकत्रित हुए थे. वे जैसे ही आगे बढ़े थे कि पटना पुलिस ने उन्हें रोका. इस मुद्दे पर बिहार के शिक्षक अभ्यर्थी और पटना पुलिस आमने- सामने हो गई और फिर बवाल शुरू हो गया. पुलिस बिहार के शिक्षक अभ्यर्थियों को राजभवन मार्च की अनुमति नहीं दे रही थी. इधर, आक्रोशित छात्रों का कहना था कि हमने पहले से ही राज्य सरकार को इसकी चेतावनी दी थी. इसलिए हम लोग राजभवन मार्च करेंगे. इस मुद्दे पर विवाद बढ़ने पर पुलिस ने शिक्षक अभ्यर्थियों पर लाठी चार्ज कर दिया.
टीईटी शिक्षक संघ के मीडिया प्रभारी राज दिव्या ने इस घटना पर प्रेस विज्ञप्ति जारी कर अपना पक्ष रखते हुए कहा कि गांधी मैदान में लाठी चार्ज होने पर बिहार शिक्षक अभ्यर्थियों का एक बड़ा हुजूम गांधी मैदान से भागकर डाक बंगला चौराहा पहुंच गए.
शिक्षक अभ्यर्थी डाक बंगला चौराहे पर करीब एक घंटे तक नारेबाजी और सरकार विरोधी प्रदर्शन किया. इसके बाद जैसे ही आगे बढ़ने का प्रयास किया तो पुलिस ने आगे बढ़ने से रोक दिया. जबरन जब हम लोग आगे बढ़ने का प्रयास किए तो पुलिस ने फिर से शिक्षक अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज कर दिया. जिसमें एक दर्जन से ज्यादा शिक्षक अभ्यर्थी जख्मी हुए हैं. जख्मी शिक्षक अभ्यर्थियों में महिलाएं भी शामिल हैं.
संघ के प्रदेश अध्यक्ष अमित विक्रम ने कहा कि एक तो सरकार अभ्यर्थियों के साथ हकमारी कर रही है और अब उन्हें विरोध जताने से भी रोक रही है. यह सब नहीं चलेगा. हमारी हकमारी की गई तो हमारा आंदोलन जारी रहेगा.