सहरसा में रिश्वतखोर लेखापाल को निगरानी ने दबोचा, ठेकेदार से ले रहा था 56 हजार घूस
निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की टीम ने सहरसा से एक घूसखोर एकाउंटेंट को दबोचा है. लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के कार्यपालक अभियंता के सहरसा स्थित कार्यालय में तैनात लेखा पदाधिकारी करूणानिधि सौरभ को निगरानी की टीम ने 56 हजार रुपये घूस लेते दबोचा है.
सहरसा. निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की टीम ने सहरसा से एक घूसखोर एकाउंटेंट को दबोचा है. लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के कार्यपालक अभियंता के सहरसा स्थित कार्यालय में तैनात लेखा पदाधिकारी करूणानिधि सौरभ को निगरानी की टीम ने 56 हजार रुपये घूस लेते दबोचा है. मुजफ्फरपुर के रहने वाले मणिभूषण कुमार उर्फ टून्नू सिंह ने निगरानी ब्यूरो के पास उसकी शिकायत की थी. टून्नू सिंह ने अपनी शिकायत में कहा था कि वो सहरसा में रहकर ठेकेदारी करते हैं. एक बिल पास करने के एवज में लेखापाल उनसे रिश्वत की मांग कर रहा है. निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने अपने स्तर से इस आरोप की जांच की और उसे सही पाया. इसके बाद बुधवार को निगरानी की टीम ने एक्शन लिया और लेखा पदाधिकारी को घूस की रकम देते रंगे हाथों गिरफ्तार किया.
बिल पास करने के एवज में मांगी जा रही थी रिश्वत
निगरानी के डीएसपी खुर्शीद ने बताया कि एसडी रिफन्ड ऑपरेशन और मेंटेंनेन्स के बिल को पास कराने के एवज में परिवादी टून्नू सिंह से लेखा पदाधिकारी सौरव 56 हजार रुपये मांग रहा था. निगरानी की टीम ने इसका सत्यापन किया. सत्यापन में सही पाये जाने के बाद कांड दर्ज करते हुए निगरानी की टीम ने कार्रवाई की. कार्यपालक अभियंता कार्यालय के लेखा पदाधिकारी सौरव को टून्नू सिंह से घूस की रकम 56 हजार रुपये लेते रंगेहाथों गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार लेखा पदाधिकारी को निगरानी की टीम अपने साथ लेकर पटना के लिए रवाना हो गयी है. निगरानी की टीम फिलहाल आगे की कार्रवाई में जुटी है.
कार्रवाई के बावजूद नहीं दिख रहा डर
निगरानी अन्वेषण ब्यूरो आये दिन घूसखोरों को पकड़ रही है. मंगलवार को भी मोतिहारी में एक घूसखोर हेडमास्टर त्रिभूवन शाह को 15 हजार रुपये घूस लेते निगरानी ने रंगे हाथों दबोचा था. मोतिहारी के पताही प्रखंड के बोकाने गांव स्थित ब्रजबिहारी लाल प्लस टू स्कूल के हेडमास्टर त्रिभूवन शाह एक रिटायर्ड शिक्षक से रिश्वत मांग रहा था. रिश्वत लेने वालों पर कार्रवाई होने के बावजूद लोग अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे हैं. शायद यही कारण है कि एक के बाद एक घूस लेने के मामले सामने आ रहे हैं. ऐसा लगता है कि घूस लेने वाले लोगों को किसी का डर नहीं है.