निगरानी विभाग की जाल में फंसे सहायक अभियंता, घूस लेते रंगे हाथों धराए
औरंगाबाद कार्यालय स्थानीय क्षेत्र अभियंत्रण संगठन (एलएइओ) के कनीय अभियंता से अब्सेंटी व एलपीसी भेजने के एवज में 40 हजार रुपये घूस लेते सहायक अभियंता सीताराम सहनी को निगरानी विभाग की टीम ने गिरफ्तार किया है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच-पड़ताल कर रही है.
औरंगाबाद कार्यालय स्थानीय क्षेत्र अभियंत्रण संगठन (एलएइओ) के कनीय अभियंता से अब्सेंटी व एलपीसी भेजने के एवज में 40 हजार रुपये घूस लेते सहायक अभियंता सीताराम सहनी को निगरानी विभाग की टीम ने गिरफ्तार किया है. यह कार्रवाई सोमवार की दोपहर शहर के क्लब रोड स्थित सहायक अभियंता के किराये के आवास में की गयी है.
क्या है मामला ?
मिली जानकारी के अनुसार निगरानी विभाग के डीएसपी अरुण पासवान के नेतृत्व में टीम औरंगाबाद पहुंची और सटीक सूचना व बिछाये हुए जाल के अनुसार कनीय अभियंता विनय कुमार से घूस लेते सहायक अभियंता को दबोच लिया. डीएसपी ने बताया कि औरंगाबाद से स्थानांतरण के बाद रोहतास जिले के अकोढीगोला थाना क्षेत्र के महुअरी गांव निवासी कनीय अभियंता विनय कुमार ने कार्य प्रमंडल बक्सर में चार जुलाई 2022 को योगदान किया था.
सहायक अभियंता से लगाई थी मदद की गुहार
इससे पूर्व करीब एक वर्ष तक वे दुर्घटना की वजह से इलाज कराते रहे. ठीक होने के बाद तीन फरवरी 2022 को औरंगाबाद स्थित कार्यालय में योगदान किया. बक्सर में स्थानांतरण होने के बाद उन्हें अब्सेंटी और एलपीसी की आवश्यकता थी. इसके लिए उन्होंने सहायक अभियंता से लेकर कार्यपालक अभियंता तक गुहार लगायी. सहायक अभियंता सीताराम सहनी ने अनुपस्थिति विवरणी भेजने के एवज में 50 हजार रुपये की मांग की थी.
गुहार लगाने के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई
काफी गुहार लगाने के बाद भी कनीय अभियंता की सुनवाई नहीं हुई. अंतत: 16 अगस्त को कनीय अभियंता विनय कुमार ने अपर पुलिस अधीक्षक सह थानाध्यक्ष निगरानी थाना पटना को आवेदन दिया. जांच के क्रम में मामला सत्य पाया गया. सोमवार को निगरानी की टीम ने रिश्वत लेते सहायक अभियंता को गिरफ्तार कर लिया. इधर डीएसपी ने बताया कि औरंगाबाद के अलावे सहायक अभियंता सीताराम सहनी के एसपी सिन्हा रोड स्थित जगत भवानी अपार्टमेंट में एक साथ छापेमारी की गयी. बैंक डिटेल्स के साथ-साथ कुछ कागजात भी बरामद हुए है,जिसकी छानबीन की जा रही है.