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बिहार में विजिलेंस की छापेमारी, इंजीनियर के घर मिली 3 करोड़ से अधिक की संपत्ति, गहने, जमीन और लग्जरी गाड़ियां जब्त

निवेश के मामले में अभी एक पार्ट का ही पता चला है. इसकी जांच करने पर संपत्ति चार करोड़ तक जा सकती है.

By Prabhat Khabar News Desk | February 22, 2021 11:07 AM

सीवान. जिला पर्षद के जिला अभियंता धनंजय मणि तिवारी के कार्यालय, शहर के महादेवा स्थित आवास और पैतृक घर पचरुखी में रविवार को विजिलेंस की टीम ने एक साथ छापेमारी की.

महादेवा स्थित आवास पर शाम सात बजे छापेमारी खत्म होने के बाद डीएसपी अरुणोदय पांडेय ने बताया कि तीनों स्थानों पर छापेमारी में करीब 3.2 करोड़ की संपत्ति का पता चला है. निवेश के मामले में अभी एक पार्ट का ही पता चला है. इसकी जांच करने पर संपत्ति चार करोड़ तक जा सकती है.

छापेमारी के दौरान कार्यालय के चेस्ट से चार लाख 92 हजार नकद, बैंक पासबुक, एटीएम कार्ड, जमीन के लगान की रसीद, जमीन के कागजात एवं सोने के आभूषण बरामद हुए हैं. विजिलेंस के डीएसपी अरुण पासवान के नेतृत्व में जिला पर्षद कार्यालय, डीएसपी कन्हैया लाल के नेतृत्व में महादेवा स्थित आवास और डीएसपी मनोज श्रीवास्तव के नेतृत्व में पचरुखी आवास पर टीम ने एक साथ रविवार की सुबह नौ बजे छापेमारी शुरू की.

कार्यालय में करीब तीन बजे जांच पूरी होने के बाद डीएसपी अरुण पासवान ने बताया कि जिला अभियंता का कहना था कि विभागीय कार्य हो रहा है. मजदूरों को देने एवं सामान खरीदने के लिए रुपये रखे गये हैं, लेकिन इसके लिए वे लिखित आदेश नहीं दिखा सके.

वहीं महादेवा आवास पर काफी संख्या में जमीन के कागजात, सोने के आभूषण सहित कीमती सामान बरामद किये गये हैं. वहीं, अभियंता के पचरुखी स्थित आवास से पांच लाख 44 हजार रुपये मूल्य के सोने के जेवर और 26 हजार के चांदी के आभूषण बरामद किये गये.

विजिलेंस टीम को अन्य चल और अचल संपत्ति से संबंधित दस्तावेज भी हाथ लगे हैं, जिन्हें अधिकारी अपने साथ लेते गये. पचरुखी एवं सीवान जिला पर्षद कार्यालय में तीन बजे तक छापेमारी खत्म हो गयी थी. वहीं, शहर स्थित चार मंजिली इमारत में छापेमारी चल रही थी. छापेमारी टीम को कई कमरों एवं अलमारियों के ताले भी तोड़ने पड़े.

टीम ने आभूषण की जांच एवं तौल करने के लिए शहर के कुछ सोनारों को बुलाया था. छापेमारी में डीएसपी सुजीत कुमार सागर, अरुणोदय पांडे, इंस्पेक्टर सुशील कुमार यादव सहित 20 पदाधिकारियों की टीम थी. टीम में सात डीएसपी रैंक के पदाधिकारी शामिल थे. नेतृत्व मुजफ्फरपुर विजिलेंस परिक्षेत्र के डीएसपी कन्हैया लाल ने किया.

Posted by Ashish Jha

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