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विजय चौधरी ने बिहार की विकास दर को राष्ट्रीय औसत से बताया बेहतर, बोले- आर्थिक विकास में तीसरे नंबर पर बिहार

वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि बेहतर वित्तीय प्रबंधन के कारण राज्य की अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ रही है देश में तेजी से विकास करने वाले राज्यों में बिहार, तीसरे स्थान पर है, पहले स्थान पर आंंध्रप्रदेश और दूसरे पर राजस्थान है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 27, 2023 9:22 PM
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बिहार विधानमंडल के दोनों सदनों में सोमवार को बिहार का आर्थिक सर्वेक्षण 2022-23 पेश किया गया. आर्थिक सर्वेक्षण पेश करते हुए वित्त मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि बिहार का विकास दर राष्ट्रीय विकास दर से अधिक है. 10.98 प्रतिशत की दर से राज्य का विकास दर बढ़ रहा है. आंध्र प्रदेश और राजस्थान के बाद देश का तेजी से बढ़ वाले विकास दर में बिहार का स्थान तीसरा रहा है. बिहार की विकास दर 10.98% है, जो राष्ट्रीय विकास दर 8.68% से 2.30% अधिक है. उन्होंने कहा कि बिहार में सीमित संसाधान होने के बावजूद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में इस विकास दर को प्राप्त किया है. 21-22 में प्रति व्यक्ति आय 6400 रुपये की बढ़ोतरी हुयी है.

आर्थिक समीक्षा में कहा गया कि बिहार देश का अपेक्षाकृत कम आय वाला राज्य है. वर्तमान मूल्य पर वर्ष 2021–22 में राज्य का जीएसडीपी 675448 करोड़ और 2011–12 के स्थिर मूल्य पर 428065 करोड़ था .वहीं, 2021–22 में वर्तमान मूल्य पर राज्य का एनएसडीपी पर 614431 करोड़ और स्थिर मूल्य पर 382274 करोड़ था. नतीजतन वर्ष 2021–22 में वर्तमान मूल्य पर बिहार का प्रति व्यक्ति आय 54,383 रुपये और स्थिर मूल्य पर 34465 हो गया है.

तेजी से आगे बढ़ रही बिहार की अर्थव्यवस्था 

सदन के बाद प्रेस कांफ्रेंस कर वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि बेहतर वित्तीय प्रबंधन के कारण राज्य की अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ रही है देश में तेजी से विकास करने वाले राज्यों में बिहार, तीसरे स्थान पर है, पहले स्थान पर आंंध्रप्रदेश और दूसरे पर राजस्थान है. इन दोनों प्रदेशों के पास प्रचुर मात्रा में प्राकृतिक संसाधन उपलब्ध है. जबकि बिहार में सीमित संसाधन होने बावजूद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में इस विकास दर को प्राप्त किया है. उन्होंने कहा राज्य में नदियां है लेकिन राज्य के लोगों को उसका दंश ही झेलना पड़ता है. राज्य सरकार चाह कर भी बाढ़ की स्थायी निदान नहीं कर पाती हैं. बिहार में बहने वाली सारी नदियों का उद्गम स्थान नेपाल में है, भले ही यह देश बगल में है लेकिन अंतरराष्ट्रीय मामला होने के कारण प्रत्यक्ष रूप से बात नहीं हो सकती है.

केंद्रांश हो रहा लगातार कम

वित्त मंत्री ने कहा कि जब से केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार आयी है, तब से केंद्रांश की राशि में कटौती शुरु हो गयी. उसके बाद भी केंद्र की योजनाओं में पैसे नहीं मिल रहे हैं, राज्य अपने संसाधन से केंद्रोंश की राशि देकर योजना पूरा रहा है. बिहार, देश में रोड घनत्व के मामले में भी तीसरे स्थान पर है. अभी राज्य का रोड घनत्व प्रति हजार किलो मीटर वर्ग किमी 3167 है. सरकार काफी रफ्तार से सड़कों का निर्माण करा रही है. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है. शिक्षा में भी बेहतर सुधार हुआ है. पिछले 16 वर्ष में स्वास्थ्य में 11 गुना खर्च में वृद्धि हुई है. वहीं, शिक्षा में 8 गुना खर्च बढ़ा है.

बिहार में हो रहे महिला सशक्तिकरण की प्रशंसा पीएम मोदी ने भी की

विजय कुमार चौधरी ने कहा कि राज्य में समावेशी विकास का ऐसा मॉडल तैयार किया है, जिसका लाभ समाज के सभी तबके को मिल रहा है. सबको मुख्यधारा में लाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विधानसभा परिषद में आए थे तो उन्होंने भी कहा था कि महिला सशक्तिकरण और शिक्षा के क्षेत्र में बिहार नें अच्छा काम किया हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री का उदाहरण देते हुये कहा कि वे हमेशा कहते रहते हैं कि महिलाओं को आगे बढ़ाना और शिक्षित कराना सौ रोगों की एक दावा है. आंकड़े बताते हैं कि महिलाएं शिक्षित हो जाती हैं तो प्रजन दर कम हो जाता हैं, अधिकांश समस्याओं की जड़ जनसंख्या होती हैं. उन्होंने कहा कि जीविका अभियान से महिलाओं का आत्मबल बढ़ा हैं. जीविका समूह में अमूमन गरीब घर की महिला होती हैं. आज जीविका की दीदी की मासिक आय में लाख-ढ़ेढ लाख तक पहुंच गयी है.

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