बेगूसराय गोलीकांड: विजय सिन्हा DGP पर बरसे, कहा- वो फोन नहीं उठाते, जनप्रतिनिधियों को कुछ नहीं समझते हैं
बेगूसराय में हुई गोलीबारी की घटना पूरे देश के सुर्खियों में है. इस तरह का घटना बिहार के लिए ये पहली घटना है. इसको लेकर बयानबाजी तेज है. वहीं, नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने इस घटना के बाद DGP को आड़े हाथों लिया है.
पटना. बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने बेगूसराय गोलीकांड में पीड़ित लोगों के परिजनों से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि 30 से 40 किलोमीटर तक अपराधी फायरिंग करते हुए चले जा रहे थे और चार थाना एवं पेट्रोलिंग में लगी टीम द्वारा कहीं भी रोक टोक नहीं होना एक आश्चर्य की बात है.
आतंकवाद का नया उभरा हुआ स्वरूप है- विजय सिन्हा
विजय सिन्हा ने कहा कि बेगूसराय की घटना आतंकवाद का नया उभरा हुआ स्वरूप है. पूरे बिहार में गुंडागर्दी फैलाया जा रहा है. अभी लखीसराय में सामूहिक बलात्कार और डकैती हुआ. मुंगेर में रेलकर्मी को घर से निकाल कर दिनदहाड़े गोली मार दिया गया. पेट्रोलिंग दिन में भी करने का दावा किया जाता है, लेकिन बेगूसराय में अपराधी सरेआम गोली चलाते हुए कई थाना से गुजर गए, दिखावा के लिए रोड पर मोटरसाइकिल चेकिंग होता है, पैसा वसूला जाता है, पटना बाइपास में पुलिस जिप्सी हमेशा लगी रहती है, लेकिन बालू और दारू का पैसा वसूलने के लिए बिहार में लॉ एंड ऑर्डर कंट्रोल नहीं हो रहा है.
‘जनप्रतिनिधियों को कुछ नहीं समझते हैं’
इसके साथ ही नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि गृह विभाग की कमान विगत 17 वर्षों से माननीय मुख्यमंत्री ने स्वयं संभाला जा रहा है . लेकिन आज पुलिस प्रशासन जिस कमजोर एवं बदहाल स्थिति में है यह कभी नहीं हुआ है. यह राज्य के लिए शुभ संकेत नहीं है. बिहार पुलिस के मुखिया फोन करने पर फोन नहीं उठाते हैं. खुद को सत्ता द्वारा सुरक्षित समझे जाने के कारण पुलिस महानिदेशक जनप्रतिनिधियों को कुछ नहीं समझते हैं. जिला में पुलिस अधीक्षक को फोन करने पर कोई रिसीव नहीं करता है.
‘पुलिस महानिदेशक गैरजिम्मेदार और लापरवाह’
पुलिस महानिदेशक का अहम पद एक गैरजिम्मेदार और लापरवाह अधिकारी को देकर स्वयं बिहार में हो रही आपराधिक घटनाओं के मूकदर्शक बने बैठे हैं. बूढ़े एवं बेकार अधिकारियों को सेवानिवृत्ति दी जाए और मैं ईमानदार पदाधिकारियों को जिले में जगह दी जाए. आज बेगूसराय में हुए दुर्भाग्यपूर्ण गोलीकांड की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए मुख्यमंत्री जी को गृह विभाग से तत्काल इस्तीफा देना चाहिए. साथ ही अपने पुलिस महानिदेशक को तत्काल हटाकर कर उनसे भी बिहार की जनता को मुक्ति दिलाएं.