पटना. बिहार सरकार के नए डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने कांग्रेस की बैठक से तीन विधायकों के गायब रहने को लेकर राहुल गांधी पर बड़ा आरोप लगाया है. सिन्हा ने कहा कि बिहार में पूर्ण बहुमत से एनडीए की सरकार बनने के बाद भी कांग्रेस में लोग डरे हुए हैं. हकीकत यह है कि उन्हें अपने विधायकों पर भरोसा नहीं है. वे अपने विधायकों को बंधुआ मजदूर समझते हैं. वे विधायकों का अपमान करते हैं. विधायक जनता का फैसला लाते हैं और उन्हें अपना निर्णय स्वयं लेने में सक्षम होना चाहिए. कांग्रेस में आज किसी को किसर पर भरोसा नहीं है.
बिहार में एनडीए की बहुमतवाली सरकार
दिल्ली में भाजपा के शीर्ष नेता से मुलाकात करने पहुंचे बिहार के उपमुख्यमंत्री से जब कांग्रेस की बैठक में विधायकों की अनुपस्थिति को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि कि बिहार में एनडीए की पूर्ण बहुमतवाली सरकार बन चुकी है. कांग्रेस में लोगों को डरना नहीं चाहिए. अपने विभायकों का ख्याल रखना चाहिए. हकीकत यह है कि उन्हें अपने विधायकों का ख्याल नहीं है. कोई किसी पर भरोसा नहीं कर रहा है. कांग्रेस को इस सोच से मुक्त होना चाहिए कि विधायक एक बंधुआ मजदूर है.
कांग्रेस विधायकों को दिल्ली शिफ्ट किया गया
विजय सिन्हा का ये बयान उस समय आया है, जब कांग्रेस विधायकों की किसी संभावित टूट को रोकने के लिए पार्टी आलाकमान ने नई रणनीति तय की है जिसके तहत पार्टी को एकजुट रखने और किसी प्रकार की टूट से बचाने को लेकर बिहार के कांग्रेसी विधायकों को प्रदेश से बाहर रखा जायेगा. अब कांग्रेस के विधायक बिहार विधानसभा के सत्र आरंभ होने के समय ही पटना पहुंचेंगे. शनिवार को पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने दिल्ली पहुंचनेवाले सभी विधायकों के साथ बैठक की.
12 फरवरी को नीतीश कुमार का है फ्लोर टेस्ट
नीतीश कुमार के नेतृत्व में नवगठित एनडीए सरकार 12 फरवरी को बजट सत्र के पहले दिन विश्वास मत हासिल करेगी. उसमें दोनों सदनों के सदस्यों के संयुक्त सत्र में राज्यपाल का संबोधन भी होगा. जनता दल (यूनाइटेड) के अध्यक्ष नीतीश कुमार ने 28 जनवरी को नौवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी. उनके साथ 8 मंत्रियों ने भी शपथ ली थी. सीएम नीतीश समेत आठों मंत्रियों के विभागों का बंटवारा भी हो गया है.