पटना में सुहाग की रक्षा के लिए महिलाओं ने एक दूसरे को सिंदूर लगाकर खेली होली, फिर ऐसे दी माता को विदाई
Vijaya Dashami: बिहार की राजधानी पटना में धूमधाम से विजयादशमी मनायी जा रही है. इस दौरान महिलाओं ने जमकर सिंदूर की होली खेली और मां को विदा किया.
नवरात्रि में माता के नौ स्वरूपों की पूजा भक्तों ने श्रद्धा भाव से की. इस दौरान दुर्गा माता की नौ दिनों तक श्रद्धा-भाव से पूजा-अर्चना करने के बाद लोगों ने आज मां को विदा किया. इस अवसर पर पटना में महिलाओं ने जमकर सिंदूर की होली खेली. बुधवार को बिहार की राजधानी पटना में धूमधाम से विजयादशमी मनायी जा रही है. सरस्वती डे ने बताया कि सिंदूर, बिंदी और चूड़ी सुहाग की निशानी के रूप में जाना जाता है. मां देवी और मां काली को सिंदूर सबसे अधिक प्रिय है. इसीलिए विजयादशमी और मां की विदाई के अवसर पर यहां की महिलाएं एक-दूसरे के चेहरे पर सिंदूर लगाकर मां को विदाई देती हैं और पति के लंबे आयु की कामना करती हैं.
महिलाओं ने एक दूसरे को सिंदूर लगाकर खेली होली
यह परंपरा बंगाली समाज से जुड़ा हुआ है. बिहार में इसका प्रचलन उन्हीं जगहों पर ज्यादा है, जहां बंगाली समाज से जुड़े लोग हैं. जानकारी के अनुसार, यारपुर में लगभग 70 साल पूर्व कालीबाड़ी मंदिर की स्थापना की गई थी. यहां नवरात्रि के समय 10 दिनों तक आयोजित होने वाले इस पूजा में षष्टी के दिन से ही महिलाएं माता के पट खुलने के साथ पूजा आराधना में जुटी रहती हैं. इसके बाद विसर्जन के दिन बंगाली समाज की महिलाएं एक-दूसरे को सिंदूर लगाकर सिंदूर की होली खेलती है.
भक्ति में डूबीं ये महिलाएं नृत्य भी कीं
पटना में कई दुर्गा मंदिरों व पूजा पंडालों में बंगाली समाज की महिलाओं ने ‘सिंदूर खेला’ रस्म के साथ मां दुर्गा की आराधना की. मां दुर्गा की भक्ति में डूबीं ये महिलाएं नृत्य भी कीं. जानकारी के अनुसार, बंगाली समाज में विजया दशमी के दिन सिंदूर खेला का रस्म निभायी की जाती है. इस बार मां दुर्गा की प्रतिमाओं का विर्सजन गंगा या अन्य नदियों में नहीं होगा. प्रतिमा विर्सजन के लिए पटना में दो-तीन जगहों पर बड़े-बड़े गड्ढे बनाए गए हैं.