दरभंगा. मैगी खरीदने को लेकर दुकानदारों से हुए विवाद में दरभंगा मेडिकल कॉलेज के छात्रों ने शुक्रवार को देर रात नाका छह के निकट की दुकानों में आग लगा दी. इसमें चार दुकान व दो कार समेत लाखों की संपत्ति जल गयी. तीन दुकानदार भी झुलस गये. आग बुझाने के क्रम में अग्निशमन विभाग के तीन कर्मी जख्मी हो गए.
भारी संख्या में पहुंची पुलिस तथा त्वरित कार्य बल के जवानों ने लोगों को समझा-बुझा कर स्थिति पर काबू पाया. शुक्रवार की रात से ही डीएमसीएच परिसर छावनी में तब्दील रहा. कार्रवाई के भय से छात्र डीएमसीएच में ड्यूटी पर नहीं गये. छात्रावासों के बाहर पुलिस के जवान पहरा देते दिखे. विरोध में लोगों ने दरभंगा-लहेरियासराय मार्ग को नाका छह पर आठ घंटे तक जाम रखा. दुकानदारों ने दवा की दुकानें बंद रखीं.
स्थानीय लोगों का कहना है कि रात में डीएमसीएच के कुछ छात्र मैगी लेने के लिए दुकान पर पहुंचे थे. मैगी की दुकान दवा प्रतिष्ठान के आगे है. दुकानदार उस वक्त वहां मौजूद नहीं था. छात्र ने दवा दुकानदार के स्टाफ को मैगी लाकर देने के लिए कहा. दवा प्रतिष्ठान के स्टाफ ने कहा कि दुकान उसकी नहीं है.
मैगी बेचने वाला दुकानदार अभी नहीं है. इसी बात को लेकर छात्र व स्टाफ के बीच विवाद हो गया. छात्र ने हॉस्टल से दर्जनों छात्रों को बुला लिया. इसके बाद विवाद बढ़कर मारपीट में तब्दील हो गया. मेडिकल छात्रों ने दुकानदारों व स्टॉपों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा. स्थानीय लोगों की पहल के बाद मामला शांत हो गया.
छात्र हॉस्टल लौट गये. इसके कुछ देर बाद फिर से काफी संख्या में छात्र वहां पहुंच गए. छात्रों ने जमकर बवाल काटा. दवा दुकान में आग लगा दी. इसमें चार दुकान सहित खान मोटर की दो कारें जलकर राख हो गयीं. सूचना पर भारी संख्या में पुलिस बल वहां पहुंचा. अग्निशमन विभाग की कई गाड़ियां पहुंचीं.
काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया. इसमें तीन दुकानदार सहित अग्निशमन के तीन कर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए. एक अग्निशमन कर्मी की स्थिति गंभीर बतायी जा रही है. उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.