पटना. प्रदेश की राजनीतिक समीकरण बदल गई है. सीएम नीतीश कुमार महागठबंधन में शामिल हो गए हैं. जदयू ने राजद के साथ सरकार बनाने की कवायद शुरू कर दी है. इसको लेकर बयानबाजी तेज हो गई है. विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख मुकेश सहनी ने कहा कि बिहार से विभाजनकारी राजनीति की अंत की शुरुआत हो गई है.
मुकेश सहनी ने कहा कि आपातकाल के दौरान बिहार की धरती से जयप्रकाश नारायण जी ने सम्पूर्ण क्रांति का रास्ता पूरे देश को दिखाया था. आज जब पूरे देश में विभाजनकारी ताकतें सक्रिय हैं, इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ा और निडर फैसला लिया है. इस फैसले के साथ उन्होंने देश को नई दिशा दिखाया है. भाजपा लगातार विभाजनकारी नीतियों के तहत न केवल राजनीतिक दलों को तोड़ने में जुटी है. बल्कि समाज में भी सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के तहत जहर फैला रही थी.
वीआईपी प्रमुख ने कहा कि यह बहुत सुखद संयोग है कि पवित्र सावन महीने में बिहार में नए अध्याय की शुरुआत हो रही है. आशा करते उन्होंने कहा कि नई सरकार बिहार के लोगों के चिरलंबित सवालों का हल जरूर ढूंढेगी और पुरानी सारी समस्या का समाधान करेगी.
बता दें कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को राज्यपाल फागू चौहान से मुलाकात करके अपना इस्तीफा सौंप दिया है. उन्होंने राज्यपाल से मिलने के लिए शाम चार बजे का समय मांगा था. मगर वो राजभवन करीब 20 मिनट पहले पहुंच गए. उनके साथ बड़ी संख्या में समर्थक भी राजभवन के सामने खड़े थे. बताया जा रहा है कि इस्तीफा देने के साथ नीतीश कुमार ने महागठबंधन के 160 विधायकों के साथ सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया है. कांग्रेस विधायक अजीत शर्मा ने बताया कि बुधवार को नयी सरकार का शपथ ग्रहण समारोह हो सकता है.