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वीआईपी किसी गठबंधन का हिस्सा नहीं, बोले मुकेश सहनी- जो निषाद समाज की चिंता करेंगे हम उनके साथ

अभी हम बस इतना कह सकते हैं कि यदि निषाद समाज को आरक्षण नहीं, तो गठबंधन नहीं. यदि गठबंधन नहीं तो वोट नहीं के नारों के साथ हम बिहार, झारखंड और यूपी में घर-घर घूमेंगे. 2024 में लोकसभा चुनाव में निषाद आरक्षण की हम मांग करेंगे.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 23, 2023 5:12 PM

पटना. वीआईपी पार्टी के सुप्रीमो व पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने कहा है कि वो किसी के साथ नहीं अपने दल के साथ है. उन्हें अपनी पार्टी को मजबूत करना है. निषाद समाज को एकजुट करना है. गठबंधन किसके साथ होगा वो पार्टी स्थापना दिवस 4 नवंबर के बाद देखेंगे. अभी लोकसभा चुनाव में बहुत देर है. अभी हम बस इतना कह सकते हैं कि यदि निषाद समाज को आरक्षण नहीं, तो गठबंधन नहीं. यदि गठबंधन नहीं तो वोट नहीं के नारों के साथ हम बिहार, झारखंड और यूपी में घर-घर घूमेंगे. 2024 में लोकसभा चुनाव में निषाद आरक्षण की हम मांग करेंगे. हम शुरू से प्रयासरत है कि निषाद समाज को आरक्षण मिले. मुकेश सहनी ने कहा कि हमारे समाज के साथ भेदभाव हो रहा है. इसकी लड़ाई हम शुरू से लड़ते आ रहे हैं और आगे भी लड़ते रहेंगे. हम निषाद के लिए आरक्षण की मांग हर मंच पर करते रहे हैं और आगे भी करेंगे. हम इसी विचारधारा के लोग है.

हम केवल विकासशील इंसान पार्टी के साथ हैं

पटना में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए वीआईपी पार्टी के सुप्रीमो व पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने कहा कि मुकेश सहनी ने स्पष्ट किया है कि अभी वो किसी के साथ नहीं है. अभी वो सिर्फ विकासशील इंसान पार्टी के साथ हैं. निषाद को आरक्षण मिले इसके लिए वे काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि पोलिटिकल पावर होगी तब ही निषादों को आरक्षण मिल सकेगा. इसलिए हमने विकासशील इंसान पार्टी का गठन किया. अपनी पार्टी के माध्यम से हम निषादों के लिए आरक्षण की लड़ाई लड़ रहे हैं. जो हमें आरक्षण देगा हम उनके साथ होंगे. लोगों को निषाद समाज का फिक्र करना होगा. जो निषाद समाज की चिंता करेंगे हम उनके साथ हैं. हमकों कोई भाव दे या ना दें उससे हमें मतलब नहीं है.

वीआईपी का किसी से गठबंधन नहीं

बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश में यदि निषाद जाति के लोगों को आरक्षण नहीं मिलेगा तो वीआईपी का किसी से गठबंधन नहीं होगा. आरक्षण दिलाने का वादा करने वाले के साथ ही हमारा गठबंधन होगा. मुकेश सहनी ने कहा कि निषाद समाज की लड़ाई लड़ रहा हूं और अभी मैं किसी के साथ गठबंधन में नहीं हूं. बिहार में 5 साल से काम कर रहे है और अगर अपने लोगों के लिए कुछ करना है, तो पॉलीटिकल पावर होना बहुत जरूरी है. निषाद समाज के बेटे को कुछ लोग कुचलने का काम किया है. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में निषाद समाज को आरक्षण मिल रहा है, लेकिन बिहार में आरक्षण नहीं मिल रहा है हमारे साथ भेदभाव क्यों हो रहा है?

केवल निषाद समाज की बात करते रहेंगे

जब देश के प्रधानमंत्री कहते हैं कि हम सब एक हैं तब हमें आरक्षण से वंचित क्यों किया जा रहा है? हम सरकार में रहे या ना रहे केवल निषाद समाज की बात करते रहेंगे. सबको पता है कि हमारी पार्टी को किसने तोड़ा है और विधायकों को कैसे खरीदा गया यह सबको पता है आने वाले समय में बिहार की जनता उनको सबक सिखाएंगी. भाजपा की ओर से बुलावा नहीं आने पर मुकेश सहनी ने कहा कि जिनको बुलाना है वो बुलाएंगे. जिनको नहीं बुलाना है वह नहीं बुलाएंगे. वह हमारे दोस्त नहीं हैं इसीलिए हमें बुलावा नहीं आया. हम उनके लिए दुश्मन हैं इसलिए हमें नहीं बुलाया गया. मुकेश सहनी ने यह क्लीयर कर दिया है कि आज की तारीख में उनकी किसी पार्टी से कोई संबंध नहीं है.

फूलन देवी की शहादत दिवस मनाई जाएगी

उन्होंने कहा कि पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में 25 जुलाई विरांगना फूलन देवी की शहादत दिवस मनाई जाएगी. विकासशील इंसान पार्टी बड़े पैमाने पर इस कार्यक्रम को आयोजित करेगा. इसी दिन से निषाद आरक्षण संकल्प यात्रा पूरे बिहार, उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल और झारखंड के कुछ जिलों में निकाली जाएगी. करीबन 80 जिले में यह यात्रा 25 जुलाई से 4 नवम्बर तक निकाली जाएगी. 4 नवम्बर को निषाद आरक्षण संकल्प यात्रा का समापन होगा. उन्होंने कहा कि इस दौरान हम लोगों के बीच जाएंगे. अपनी पार्टी कैसे मजबूत हो उसके लिए लड़ाई लड़ेंगे. इस दौरान घर-घर संकल्प अभियान भी चलाया जाएगा.

एक-एक गांव में जाएंगे वीआइपी के कार्यकर्ता

मुकेश सहनी ने कहा कि पार्टी के पदाधिकारी एक-एक गांव में जाएंगे हरेक घर में जाकर लोगों से यह संकल्प करायेंगे कि वे किसके साथ हैं. आप आने वाले पीढ़ी के साथ हैं या नहीं. आप बच्चों के भविष्य के साथ है या नहीं. आप अपनी पार्टी वीआईपी के साथ है या नहीं. लोगों को यह संकल्प लेना होगा कि आने वाले समय में वीआईपी पार्टी जो भी निर्णय लेगी उसके साथ हम खड़े हैं. सन ऑफ मल्लाह के नाम से मुकेश सहनी जाने जाते हैं. जितना मौका मुझे मिला इस दौरान जितना काम हो सकता था उतना काम हमने किया. आने वाले समय में यदि हमें फिर मौका मिलेगा, तो हम निषाद जाति के कल्याण की ही बात सोचेंगे. हमारी अपनी विचारधारा है उसके लिए हम जीते हैं. उसके लिए हम काम करते हैं. हमारी पार्टी का हर एक पदाधिकारी हर एक गांव में जाएंगे, हर एक घर में अपनी बात रखेंगे. हर घर के लोगों से यह संकल्प कराया जाएगा कि वो अपने बच्चों के भविष्य के साथ खड़े हैं.

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