वीआईपी की बैठक में मुकेश सहनी ने कहा, पार्टी 33 प्रतिशत सीटों पर अतिपिछड़े समाज के लोगों को देती है टिकट
रविवार को वीआईपी की जिला कमिटी के पदाधिकारियों की बैठक हुई. बैठक में मुकेश सहनी ने कहा कि वीआईपी एक ऐसी पार्टी है जो 33 प्रतिशत सीटों पर अतिपिछड़े समाज के लोगों को टिकट देती है। अति पिछड़ों, निषादों का कल्याण वीआईपी की प्राथमिकता है.
विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख मुकेश सहनी ने रविवार को कहा कि वीआईपी एक ऐसी पार्टी है जो 33 प्रतिशत सीटों पर अतिपिछड़े समाज के लोगों को टिकट देती है। उन्होंने कहा कि अपने मंत्री काल में निषादों के कल्याण के लिए कई योजनाएं बनाई थी और वीआईपी की प्राथमिकता ही निषादों और अति पिछड़ों का कल्याण है। पार्टी के कैमूर, रोहतास, गया, औरंगाबाद, अरवल, जहानाबाद, नालंदा, नवादा, बक्सर एवं भोजपुर के जिला कमिटी के पदाधिकारियों की बैठक हुई। बैठक में पार्टी तथा संगठन विस्तार के साथ-साथ विभिन्न राजनीतिक, सामाजिक सांगठनिक एवं आगामी रणनीतियों पर विस्तार से संवाद किया गया।
मौका मिला तो मछुआरों के लिए करुंगा आवास निर्माण
बैठक को संबोधित करते हुए मुकेश सहनी ने अपने मंत्री काल की चर्चा करते हर कहा कि मुझे मौका मिला तो मछुआरों के लिए केंद्र सरकार की योजना के अंतर्गत आवास का निर्माण कराया जा रहा था। नब्बे प्रतिशत अनुदान पर मछुआरों को मछली पकड़ने के लिए किट देने की योजना बनाई गई थी। निजी तालाबों के जीर्णोद्धार के लिए योजना बनाई गई थी। उन्होंने निषादों से एकजुट रहने की अपील करते हुए कहा कि हमे अपने अधिकार की लड़ाई लड़ने के लिए एकजुट होकर संघर्ष करने की जरूरत है। ‘सन ऑफ मल्लाह’ के नाम से चर्चित श्री सहनी ने कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए कहा कि आज हमारी पार्टी भले ही सरकार में नहीं हो, लेकिन आने वाला समय हमारा है, हमे यह नहीं भूलना है।
विपक्ष को भाजपा पर रही परेशान
मुकेश सहनी ने आगे कहा कि आज जदयू के अलग होने के बाद भाजपा इसे जनादेश का अपमान कह रही है, लेकिन भाजपा ने भी 2017 में यही किया था जो आज राजद ने किया है. सहनी ने पूछा कि क्या उस समय जनादेश का अपमान नहीं था. सहनी ने कहा कि आज भाजपा प्रदेश स्तर से लेकर प्रखंड स्तर तक धरना दे रही है लेकिन जब हमारे विधायकों को तोड़ कर अपने पाला में कर लिया था तब तो हमारी पार्टी ने कुछ नहीं कहा. उन्होंने कहा कि देश में ऐसा कोई राज्य नहीं जहां विपक्षी सरकार को भाजपा द्वारा परेशान नहीं किया जा रहा है. बैठक में जिला के पदाधिकारियों को घर-घर तक पार्टी की नीतियों को पहुंचाने के भी निर्देश दिया है.