पटना सिटी. नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के शिशु रोग विभाग में भर्ती एक और नवजात की मौत गुरुवार की रात को हो गयी है. अस्पताल के अधीक्षक डॉ विनोद कुमार सिंह ने बताया कि उपचार के दौरान बच्चे की मौत हो गयी है. अस्पताल में बीमारी पीड़ित आठ बच्चों की मौत अब तक हो चुकी है.
अधीक्षक ने बताया कि परिजनों ने गंभीर स्थिति में अस्पताल में शिशु रोग विभाग में भर्ती कराया था. वह निमोनिया व अन्य बीमारियों से पीड़ित था. अधीक्षक ने बताया कि गुरुवार को तीन बच्चे निमोनिया पीड़ित बच्चे को भर्ती किया गया है. निमोनिया पीड़ित 22 मरीजों का उपचार चल रहा है.
शहर के आइजीआइएमएस, पटना एम्स व पीएमसीएच में गुुरुवार को निमोनिया से पीड़ित छह बच्चे भर्ती किये गये. इनमें पटना एम्स में एक,आइजीआइएमएस में तीन और पीएमसीएच में दो बच्चों को भर्ती कर इलाज किया जा रहा है.
इन तीनों मेडिकल कॉलेज अस्पताल के ओपीडी में 24 घंटे के अंदर करीब 250 बच्चे इलाज कराने पहुंचे. आइजीआइएमएस के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ मनीष मंडल ने बताया कि जिन बच्चों में निमोनिया है उनमें अधिकांश बच्चे देरी से अस्पताल आ रहे हैं, जिससे यह घातक हो रहा है.
बदलते मौसम के कारण राज्य से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों से लेकर मेडिकल कॉलेज अस्पताल और कुछ प्राइवेट अस्पतालों में गुरुवार को कुल 1185 वायरल बुखार से पीड़ित बच्चे इलाज के लिए ओपीडी में आये.
इनमें से सिर्फ 84 बच्चों को अस्पतालों में भर्ती कर इलाज की आवश्यकता पड़ी है जबकि अस्पताल में भर्ती होनेवाले 75 बच्चों को स्वस्थ्य होने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया. गुरुवार तक राज्य 38 जिलों के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती 720 बच्चों का इलाज चल रहा है.
Posted by Ashish Jha