मुजफ्फरपुर. बच्चों में वायरल बुखार के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है. इनमें वायरल बुखार व ब्रोंकाइटिस से पीड़ित बच्चों की संख्या अधिक है. बुधवार को एसकेएमसीएच, केजरीवाल अस्पताल व सदर अस्पताल में 101 बीमार बच्चे भर्ती कराये गये. इनमें से एसकेएमसीएच में भर्ती आठ बच्चों की हालत नाजुक बनी हुई है.
यहां 140 बच्चों का इलाज किया जा रहा है, जबकि बुधवार को 65 बच्चों को डिस्चार्ज किया गया. केजरीवाल अस्पताल में 82 बच्चाें का इलाज चल रहा है. अस्पताल से 39 बच्चों के स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज किया गया.
देर रात वायरल बुखार से पीड़ित 30 बच्चे एसकेएमसीएच पहुंचे. पीकू वार्ड में जगह नहीं होने पर पुराने इन्सेफेलाइटिस वार्ड में 35 बेड लगाये गये, जिन पर इन बच्चों को शिफ्ट किया गया. शिशु रोग विशेषज्ञ की मानें तो रोटावायरस, इन्फ्लुएंजा वायरस, राइनोवायरस समेत अन्य वायरस का प्रभाव भी बढ़ा है. इसकी चपेट में आकर बच्चे बीमार हो रहे हैं.
तीसरे दिन बुधवार को एसकेएमसीएच में 70, केजरीवाल में 25 व सदर अस्पताल में 6 बच्चे भर्ती हुए. आइडीएसपी के राज्य निरीक्षण पदाधिकारी डॉ रंजीत कुमार ने कहा कि एसकेएमसीएच के पीकू अस्पताल व केजरीवाल अस्पताल प्रबंधन को पूरी गंभीरता के साथ बच्चों की जांच व इलाज करने का निर्देश दिया गया है.
किसी संसाधन की कमी होने पर उसे तत्काल पूरा किया जायेगा. दवा, जांच व इलाज की त्वरित व्यवस्था के लिए सिविल सर्जन को नामित किया गया है. दवा व उपकरण की डिमांड होने पर चार घंटे के अंदर उपलब्ध कराया जायेगा. किसी बच्चे में निपाह या डेल्टा प्लस का लक्षण दिखायी देने पर तुरंत जांच करने को कहा गया है.
बुधवार को जिले के कई पीएचसी में आवश्यक दवाएं भेजी गयीं. सेंट्रल गोदाम से पीएचसी के कर्मी बुधवार को दवा का उठाव कर ले गये. सीएस डॉ विनय कुमार शर्मा ने कहा कि सभी पीएचसी व सदर अस्पताल में दवा व जांच के सभी उपकरण उपलब्ध हैं. एपीएचसी में भी दवा रखने का निर्देश पीएचसी प्रभारियों को दिया गया है.
सभी जगह पर डॉक्टर व एएनएम को तैनात किया गया है. आशा के माध्यम से घर-घर वायरल फीवर से बीमार बच्चों की इलाज के लिए तलाश की जा रही है. बीमार बच्चे को तत्काल अस्पताल ले जाकर इलाज कराया जायेगा.
Posted by Ashish Jha