गया. नौ सितंबर से पितृपक्ष मेला शुरू हो गया है. पितृपक्ष मेला को लेकर हर तरफ साफ-सफाई की गयी है. लेकिन, नयी सड़क स्थित विष्णुपद रिजर्वेशन काउंटर की स्थिति बदहाल है. इस ओर रेलवे प्रशासन व जिला प्रशासन का कोई ध्यान नहीं है. यहीं कारण है कि रिजर्वेशन काउंटर परिसर में गंदगी का अंबार लगा हुआ है. इस रिजर्वेशन काउंटर के पास साफ-सफाई भी नहीं होती है. वहीं बिल्डिंग भी काफी जर्जर स्थिति में है. खास बात है कि विष्णुपद रिजर्वेशन काउंटर की बिल्डिंग में एक बोर्ड भी लगा नहीं है. एक बोर्ड लगा भी है तो वह भी काफी टूटा-फूटा हुआ है. इस बोर्ड में कुछ भी लिखा नहीं नजर आता है.
रिजर्वेशन काउंटर पर काम कर रहे एक कर्मचारी ने बताया कि बिल्डिंग की स्थिति के बारे में रेलवे अधिकारियों को अवगत कराया गया है. लेकिन, इस ओर कोई ध्यान नहीं है. गौरतलब है कि पितृपक्ष मेला शुरू होने से पहले एडीआरएम सहित कई वरीय रेलवे अधिकारियों ने गया रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया है. लेकिन, एक बार भी विष्णुपद रिजर्वेशन काउंटर के स्थिति पर कोई भी अधिकारी व कर्मचारियों ने चर्चा नहीं की है.
विष्णुपद रिजर्वेशन काउंटर सुबह आठ बजे से लेकर दोपहर दो बजे तक खुला रहता है. पितृपक्ष में दौरान दो शिफ्टों में रिजर्वेशन काउंटर खोला जाता है. लेकिन, इस काउंटर पर टिकट बुकिंग करानेवाले लोगों के लिए न तो शौचालय की व्यवस्था कर गयी और न ही पेयजल की. पितृपक्ष मेला में देश-दुनिया के कोने-कोने से आनेवाले पिंडदानियों को परेशानियों के साथ-साथ गया शहर की छवि भी खराब होगी. इसकी चिंता न तो रेलवे अधिकारियों की है और न ही जिला प्रशासन की. यहीं कारण है कि विष्णुपद रिजर्वेशन काउंटर पर आनेवाले तीर्थयात्रियों को टिकट बुकिंग कराने के दौरान काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. खास बात यह है कि एक ही कर्मचारी के सहारे विष्णुपद रिजर्वेशन काउंटर का संचालन किया जाता है.
इस संबंध में हाजीपुर के मुख्य जन संपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) वीरेंद्र कुमार ने बताया कि विष्णुपद रिजर्वेशन काउंटर के बारे में संबंधित विभागों के बातचीत की जायेगी. विकास का काम पर विशेष चर्चा की जायेगी. इसके लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों से बातचीत की जायेगी.