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Vishwakarma Aarti Video: पटना में विश्वकर्मा पूजा की धूम, आज इस आरती को पढ़े बिना पूजा मानी जाती है अधूरी

Vishwakarma Aarti: आज हर तरफ सृष्टि का पहला इंजीनियर माने जाने वाले भगवान विश्वकर्मा की पूजा की जा रही है. लोग अपने दफ्तरों, कारखानों में मशीनों, औजारों और निर्माण कार्यों में काम आने वाले उपकरण, वाहनों की पूजा कर कार्य में तरक्की की प्रार्थना कर रहे हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 17, 2022 11:07 AM

Vishwakarma Puja 2022 Time: आज 17 सितंबर दिन शनिवार है. आज पूरे देश में विश्वकर्मा पूजा की धूम है. बिहार की राजधानी पटना में चारों तरफ सजाया गया है. हर दुकानों में पूजा अर्चना की जा रही है. पटना में बड़ी धूमधाम से विश्वकर्मा जयंती मनायी जा रही है. आज हर तरफ सृष्टि का पहला इंजीनियर माने जाने वाले भगवान विश्वकर्मा की पूजा की जा रही है. लोग अपने दफ्तरों, कारखानों में मशीनों, औजारों और निर्माण कार्यों में काम आने वाले उपकरण, वाहनों की पूजा कर कार्य में तरक्की की प्रार्थना कर रहे हैं. पूजा के दौरान आरती का विशेष महत्व है. विश्वकर्मा भगवान की पूजा करने के बाद अगर आरती नहीं की जाती है तो पूजा अधूरी मानी जाती है. पूजा संपन्न होने के बाद भगवान विश्वकर्मा की आरती जरूर करें…

भगवान विश्वकर्मा की आरती (Vishwakarma ji Aarti)

ॐ जय श्री विश्वकर्मा प्रभु जय श्री विश्वकर्मा।

सकल सृष्टि के कर्ता रक्षक श्रुति धर्मा ॥

आदि सृष्टि में विधि को, श्रुति उपदेश दिया।

शिल्प शस्त्र का जग में, ज्ञान विकास किया ॥

ऋषि अंगिरा ने तप से, शांति नही पाई।

ध्यान किया जब प्रभु का, सकल सिद्धि आई॥

रोग ग्रस्त राजा ने, जब आश्रय लीना।

संकट मोचन बनकर, दूर दुख कीना॥

जब रथकार दम्पती, तुमरी टेर करी।

सुनकर दीन प्रार्थना, विपत्ति हरी सगरी॥

एकानन चतुरानन, पंचानन राजे।

द्विभुज, चतुर्भुज, दशभुज, सकल रूप साजे॥

ध्यान धरे जब पद का, सकल सिद्धि आवे।

मन दुविधा मिट जावे, अटल शांति पावे॥

श्री विश्वकर्मा जी की आरती, जो कोई नर गावे।

कहत गजानन स्वामी, सुख सम्पत्ति पावे॥

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