नये साल पर बांका के मंदार हिल का करें दीदार, समुद्र मंथन के देवताओं ने इस पर्वत का किया प्रयोग
मंदार पर्वत का देव व असुरों ने समुद्र मंथन के लिए मंदार पर्वत का उपयोग किया था. जिले के बौंसी में होने वाले मंदार महोत्सव व नये साल के जश्न को लेकर यहां तैयारी जोरों पर है.
बांका: मंदार पर्वत का पौराणिक महत्व है. देव व असुरों ने समुद्र मंथन के लिए मंदार पर्वत का उपयोग किया था. जिले के बौंसी में होने वाले मंदार महोत्सव की तैयारी जोरों पर है. यहां प्रत्येक वर्ष इस पौराणिक स्थल के दर्शन करने व मेला का आनंद लेने स्थानीय व कई प्रांतों के लाखों-लाख श्रद्धालु व पर्यटक पहुंचते हैं. मंदार पर्वत के अलावा भी यहां कई पौराणिक दार्शनिक स्थल हैं, जो पर्यटकों के लिए खास हैं.
गाइड बुक करेगा पर्यटकों की सहायता
आमतौर पर दूर-राज से आने वाले लोग पर्वत पर रोपवे से चढ़ाई कर जैन मंदिर देख कर उतर आते हैं. वे नहीं जानते कि यहां अौर क्या-क्या देखने लायक हैं. वे यह भी नहीं जानते कि मंदार में वे पुरातत्व हैं जो संपूर्ण बिहार में कहीं नहीं हैं. ऐसे में मंदार विकास परिषद लंबे प्रयास से एक टूर गाइड बुक उपलब्ध कराने जा रहा है. यह पुस्तक पर्यटकों के लिए सहायक होगा. यह पुस्तक आपको उन जगहों तक ले जायेगी, जिन जगहों को स्थानीय लोग भी कम जानते हैं.
कहते हैं लेखक
टूर गाइड बुक के लेखक उदयेश रवि बताते हैं कि यह पुस्तक कुछ मूर्तियों को लेकर स्थापित भ्रम को भी तोड़ेगी. इस पुस्तक में सिर्फ मंदार पर्वत के ऊपर के दर्शनीय स्थल ही नहीं, अन्य जगहों का भी उल्लेख है. इनमें मंदार के नीचे पापहरिणी के इर्द-गिर्द के क्षेत्र, मंदार परिक्रमा पथ के पुरातात्विक महत्व के दर्शनीय स्थल, मंदार -सबलपुर – पंजवारा मार्ग के व मंदार – मधुसूदन मंदिर पथ के दर्शनीय व पुरातात्विक स्थलों की चर्चा की गयी है.