पांच महीने के बाद अब बैंड-बाजा, शहनाई की गूंज सुनायी देगी. इस बार सावन मास में अधिकमास होने से चातुर्मास की अवधि पांच महीने की हो गयी थी. ऐसे में लग्नमुहूर्त पर पूरे पांच महीने का विराम लगा हुआ था. अब कार्तिक शुक्ल एकादशी 23 नवंबर ( गुरुवार) को देवोत्थान एकादशी के बाद फिर से विवाह, मुंडन, जनेऊ आदि शुभ कार्यों का सिलसिला शुरू हो जायेगा. शादी-विवाह का दौर 24 नवंबर से लेकर 15 दिसंबर तक चलेगा.
पंडित राकेश झा ने पंचांगों के हवाले से बताया कि शादी-विवाह का शुभ मुहूर्त चातुर्मास के बाद 24 नवंबर से शुरू हो रहा है. चातुर्मास के बाद इस वर्ष में कुल 17 शुभ लग्न मुहूर्त शेष होंगे. बनारसी पंचांग के अनुसार नवंबर में पांच व दिसंबर में 12 वैवाहिक लग्न हैं. वहीं मिथिला पंचांग के मुताबिक नवंबर में तीन व दिसंबर में आठ शुभ विवाह मुहूर्त हैं. डॉ राघव नाथ झा ने बताया कि 24 नवंबर को विवाह मुहूर्त है. इस दिन तुलसी विवाह भी है. अतः यह दिन बेहद शुभ है. इस दिन विवाह तय कर सकते हैं. 27 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा है. पूर्णिमा तिथि विवाह के लिए उत्तम मानी जाती है. इस दिन रोहिणी नक्षत्र है. 28 नवंबर को भी विवाह मुहूर्त है. इस दिन मंगलवार है. शास्त्रों में मंगलवार के दिन विवाह करना वर्जित है. झा ने बताया कि कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 22 नवंबर को देर रात 11 बजकर 03 मिनट से शुरू होगी और अगले दिन यानी 23 नवंबर को 09 बजकर 01 मिनट पर समाप्त ह
वेडिंग सीजन शुरू होने से पहले ही सोना-चांदी की कीमतों में कई दिनों से लगातार उछाल देखी जा रही है. पटना ज्वेलरी मंडी में पिछले 12 दिनों में सोने के भाव में 700 रुपये प्रति 10 ग्राम का इजाफा हो चुका है, जबकि चांदी की कीमत में 3000 रुपये प्रति किलो की बढ़ोतरी हो चुकी है. नौ नवंबर को सोना 22 कैरेट की कीमत 56,100 रुपये प्रति 10 ग्राम थी, जो 21 नवंबर को 56,800 रुपये के स्तर पर पहुंच गयी. वहीं, नौ नवंबर को चांदी की कीमत 73,000 रुपये प्रति किलो थी, जो बढ़कर 76,500 रुपये प्रति किलो के स्तर पर पहुंच गयी है. पाटलिपुत्र सर्राफा संघ के महासचिव शशि कुमार ने बताया कि छठ के कारण आज भी रेट पुराने स्तर पर ही रहा है. उन्होंने बताया कि लग्न शुरू होने के बाद रेट में और बदलाव आने की संभावना है.