बिहार में ग्रामीणों ने झड़प के दौरान EVM तोड़ा, वोट बहिष्कार के फैसले ने भी कई जगह प्रशासन के पसीने छुड़ाए
Lok sabha election: बिहार में लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में कई जगहों पर वोट का बहिष्कार किया गया. जानिए अपडेट..
बिहार की 5 संसदीय सीटों पर लोकसभा चुनाव 2024 के तीसरे चरण के लिए मंगलवार को मतदान हो रहे हैं. अररिया, सुपौल, मधेपुरा, खगड़िया और झंझारपुर लोकसभा क्षेत्र में सुबह 6 बजे से ही मतदाता बूथों पर पहुंचे और कतार में लगकर मतदान किया. सुपौल में एक जवान और एक पीठासीन पदाधिकारी की मौत ड्यूटी पर तैनाती के दौरान हो गयी. वहीं खगड़िया में दो गांव के ग्रामीणों के बीच झड़प हो गयी जिससे मतदान कार्य बाधित रहा. वहीं कई जगहों पर स्थानीय मुद्दों को लेकर वोटर नाराज भी दिखे और वोट का बहिष्कार किया.
खगड़िया में दो गांव के लोगों के बीच झड़प, EVM तोड़ा
मंगलवार को खगड़िया में दो गांव के ग्रामीणों में झड़प हो गयी. लोकसभा क्षेत्र के बेलदौर विधानसभा अंतर्गत पौरा पंचायत के प्रयागी गांव और सहरौंन गांव के ग्रामीणों के बीच झड़प हो गयी. वहीं आक्रोशित लोगों ने दो ईवीएम मशीन को तोड़ दिया. जिससे मतदान कार्य थोड़ी देर के लिए बाधित हो गया. बताया जाता है कि सड़क निर्माण की मांग को लेकर पोरा पंचायत के सहरौन गांव के निवासी वोट बहिष्कार कर रहे थे. पुलिस ने दोनों पक्षों को शांत कराया. वहीं धारा 144 लागू कर दी गयी.
खगड़िया में वोट का बहिष्कार
बिहार में तीसरे चरण के मतदान के दौरान कई जगहों पर वोटों का भी बहिष्कार किया गया. सहरसा जिला के कुछ क्षेत्र खगड़िया लोकसभा क्षेत्र के अधीन आते हैं. मंगलवार को खगड़िया लोकसभा क्षेत्र के अधीन सिमरी विधानसभा के कुल आठ पंचायतों, ग्राम पंचायत झारा के झारा, सिसौना, टिकोलवा व घोंघेपुर पंचायत के बेलडाबर के लोगों ने सामूहिक रूप से मतदान का बहिष्कार कर दिया. सड़क नहीं तो वोट नहीं का नारा देकर उन्होंने मतदान का पूरी तरह से बहिष्कार किया. बता दें कि प्रखंड के कुल 19 पंचायतों में आठ पंचायत क्रमशः महिषी उत्तरी, महिषी दक्षिणी, नहरवार, सिरवार वीरवार, राजनपुर, ऐना, झारा, घोंघेपुर व आरा पट्टी के मतदाता खगड़िया लोकसभा व सिमरी विधानसभा के अधीन मतदान करते हैं. इन पंचायतों में कुल 64 मतदान केंद्र में कुल 60867 मतदाताओं का नाम दर्ज है.
सुपौल में वोट बहिष्कार
सुपौल के वीरपुर अंतर्गत सीतापुर वार्ड 10 स्थित मतदान केंद्र संख्या 76 पर आधे घंटे तक मतदान का बहिष्कार दिखा. उसके बाद एसडीएम नीरज कुमार की पहल पर लोग माने और मतदान के लिए बूथों पर कतार में लगे. बता दें कि यहां सड़क निर्माण की मांग पर लोगों ने वोट का बहिष्कार किया था. सुपौल के ही छातापुर प्रखंड क्षेत्र में बूथ संख्या 194 पर एक वोट गिरने के बाद मतदाताओं के वोट बहिष्कार करने की सूचना बीडीओ को मिली. जिसके बाद वो मौके पर पहुंचे और समस्या का निदान का भरोसा वोटरों को दिया. जिसके बाद फिर से मतदान शुरू हो सका. यहां करीब एक घंटे तक मतदान बाधित रहा
मधेपुरा और झंझारपुर में वोट बहिष्कार
मधेपुरा के मदनपुर पंचायत अंतर्गत मैनिरहि में मतदान केंद्र संख्या 187 उत्तक्रमित कन्या मध्य विद्यालय पर एक हजार से अधिक वोटर हैं लेकिन रोड नहीं बनने की शिकायत पर निराश मतदाताओं ने वोट का बहिष्कार कर दिया और सुबह 10 बजे तक यहं महज 5 वोट पड़े थे. वहीं खगड़िया संसदीय क्षेत्र के झारा पंचायत के झारा, सिसौना, टिकोलवा व घोंघेपुर के बेलडावर के लोगों ने सड़क नहीं तो वोट नहीं का निर्णय लेकर मत का बहिष्कार किया. जबकि झंझारपुर के बूथ संख्या 277 पर लोगो ने वोट का बहिष्कार कर दिया. यहां के वोटर पुल नहीं बनने पर निराश दिखे और वोट डालने से मना कर दिया.
नोट : इनमें कई जगहों पर वोट बहिष्कार की सूचना पर प्रशासन ने बातचीत की और ग्रामीण उनके आश्वासन के बाद जाकर मतदान भी किया.