Loading election data...

वीटीआर के वनकर्मी सोलर स्मार्ट स्टिक से होंगे लैस, जंगली जानवरों की मौजूदगी में बजने लगेगा अलार्म

पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा वीटीआर के लिए ऐसे 100 सोलर स्मार्ट स्टिक खरीदने की तैयारी की गयी है. यह स्टिक वाटरप्रूफ और हर मौसम के लिए उपयोगी होगी. इसकी लंबाई करीब तीन फुट होगी. इसमें 6000 एमएएच की बैटरी होगी जो सौर ऊर्जा से चार्ज होगी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 24, 2022 11:02 PM
an image

बिहार के एकमात्र टाइगर रिजर्व वीटीआर (वाल्मीकि टाइगर रिजर्व) में गश्त करने वाले वनकर्मियों को जनवरी 2023 तक सोलर स्मार्ट स्टिक दिये जायेंगे. यह स्टिक वनकर्मियों को अपनी और वन्य जीवों की सुरक्षा करने में मददगार हो सकेंगे. इस स्टिक में खास तरह के सेंसर लगे होंगे, जिनके माध्यम से आसपास मौजूद वस्तुओं या वन्य जीवों की मौजूदगी होने पर अलार्म बजने लगेंगे. इससे जानकारी मिलते ही वनकर्मी उस वस्तु या वन्य जीव से टकराने से बच सकेंगे. साथ ही इसमें लगे एलइडी लाइट से अंधेरे में भी देखा जा सकेगा.

100 सोलर स्मार्ट स्टिक खरीदने की तैयारी

सूत्रों के अनुसार फिलहाल पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा वीटीआर के लिए ऐसे 100 सोलर स्मार्ट स्टिक खरीदने की तैयारी की गयी है. यह स्टिक वाटरप्रूफ और हर मौसम के लिए उपयोगी होगी. इसकी लंबाई करीब तीन फुट होगी. इसमें 6000 एमएएच की बैटरी होगी जो सौर ऊर्जा से चार्ज होगी. इसमें एलइडी लाइट, यूएसबी चार्जिंग, अलार्म बटन, इलेक्ट्रिक शॉक आदि की सुविधा होगी. गश्त करते समय घने जंगल या अंधेरे में वन्य जीवों को बचाने और उनसे अपने को बचाने में ये स्टिक वन कर्मियों के लिए मददगार होंगे.

Also Read: बिहार में कैमूर और वीटीआर के जंगलों की सुरक्षा होगी बेहतर, पर्यटकों को भी मिलेगी खास सुविधा

वीटीआर में वनों और वन्यजीवों का रखरखाव होगा बेहतर

वीटीआर में वनों और वन्यजीवों के बेहतर रखरखाव के लिए पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग ने करीब पांच करोड़ 63 लाख रुपये की योजना तैयार की गयी है. इसके तहत खजूर और माइकेनिया के पेड़ हटाये जायेंगे और ग्रास लैंड विकसित किये जायेंगे. साथ ही जंगल में किसी वजह से घायल या बीमार वन्यजीवों के इलाज की भी बेहतर व्यवस्था की तैयारी की जा रही है. इसके तहत बीमार वन्य जीवों को उनके उपचार सहित ठीक होने तक अलग रखा जायेगा. उनके ठीक होने पर उनकी आबादी वाली जगहों पर उनको जंगल में छोड़ दिया जायेगा.

Exit mobile version