जदयू और भाजपा में तेज हुई जुबानी जंग, सम्राट चौधरी के बयान पर भड़के नीरज कुमार, बोले- डिग्री फर्जी है
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने तंज कसते हुए कहा कि 'बिहार की सियासत में नीतीश कुमार फैक्टर नहीं रह गए हैं, उन्हें गारंटर की जरूरत पड़ गई है'. सम्राट चौधरी के बयान पर जदयू ने पलटवार किया है.
पटना. एनडीए और यूपीए दोनों गठबंधनों की मंगलवार को बैठक होनेवाली है. बिहार में इन बैठकों को लेकर सियासी बयानबाजी तेज हो गयी है. भाजपा नेता यहां नीतीश कुमार को आधारविहीन नेता बता रहे हैं, वहीं जदयू नेता भाजपा के अंदर डर और दहशत की बात कर रहे हैं. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने तंज कसते हुए कहा कि ‘बिहार की सियासत में नीतीश कुमार फैक्टर नहीं रह गए हैं, उन्हें गारंटर की जरूरत पड़ गई है’. सम्राट चौधरी के बयान पर जदयू ने पलटवार किया है. इधर बेंगलुरु में भाजपा विरोधी दलों की बैठक में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव समेत सभी बड़े नेता वहां पहुंच चुके हैं. इधर चिराग पासवान ने भी अमित शाह से मुलाकात कर एनडीए में रहने का एलान कर दिया है.
फर्जी है सम्राट चौधरी की डिग्री
जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने सम्राट चौधरी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ब्रह्मांड के ऐसे विश्वविद्यालय से पढ़े हैं जिसका नामोनिशान नहीं है. कैलिफोर्निया पब्लिक यूनिवर्सिटी कहां है पता नहीं. साथ ही उन्होंने इस बात पर अंदेशा जताया कि सम्राट चौधरी ने मैट्रिक और इंटर कहां से पास किये हैं किसी को जानकारी नहीं है. दावा कि उन्होंने फर्जी डिग्री ली है. उन्होंने कहा कि सम्राट चौधरी ने जिस शब्द का इस्तेमाल किया है, मेरा दावा है ‘गारंटर’ सही ढंग से लिख नहीं सकते हैं. नीतीश कुमार की गारंटी जनता ने ली है. जब तक आप राजनीति में सक्रिय रहिएगा और जनता की सेवा की इच्छा है तब तक पद पर बरकरार रहिएगा.
क्षेत्रीय दल समाप्त करने की कही थी बात
जदयू प्रवक्ता ने एनडीए की होनेवाली बैठक पर तंज कसते हुए कहा कि इन्हीं के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने क्षेत्रीय दलों का अस्तित्व समाप्त करने की बात कही थी और आज क्षेत्रीय दलों के समर्थन के लिए उनके पास जा रहे हैं. सम्राट चौधरी के इस बयान पर कि नीतीश कुमार से नहीं राजद से मुकाबला है, नीरज ने कहा उनका मुकाबला महागठबंधन से है. उनको पता नहीं है. नीरज कुमार ने कहा कि पापड़ पहलवान को जमा करके वैकल्पिक राजनीति का एजेंडा तय कर लेंगे. उन्होंने दावा किया कि 2015 में नरेंद्र मोदी चुनाव हार रहे हैं.
विपक्षी एकता को लेकर चौतरफा हमला
इससे पूर्व दरअसल बेंगलुरु में होने वाली विपक्षी दलों की बैठक को लेकर बिहार में सियासत जारी है. बेंगलुरु में विपक्षी दलों की एकता को लेकर बैठक होने जा रही है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, लालू प्रसाद यादव, तेजस्वी यादव और ललन सिंह भी इस मीटिंग में शामिल होने बेंगलुरु पहुंच चुके हैं. इसबीच, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि बिहार की सियासत में नीतीश कुमार फैक्टर नहीं रह गए हैं, उन्हें गारंटर की जरूरत पड़ गयी है. भाजपा ने विपक्षी एकता को लेकर चौतरफा हमला बोला है, पार्टी की ओर से कहा गया है कि नीतीश कुमार बिहार की राजनीति में अब अप्रसांगिक हो गए हैं. लिहाजा वह देश की राजनीति में जगह तलाश रहे हैं. उन्होंने कहा कि बिहार की सियासत में नीतीश कुमार फैक्टर नहीं रह गए हैं. जहां तक सवाल लालू प्रसाद यादव का है तो लालू प्रसाद यादव से हम लड़ लेंगे. लड़ाई 70 और 30 की होगी. नीतीश कुमार अब देश की राजनीति में जगह तलाश रहे हैं. इसलिए अपने साथ लालू यादव के रूप में गारंटर लेकर चल रहे हैं. नीतीश कुमार को कोई स्वीकार करने वाला नहीं है.
विपक्षी एकता सफल नहीं होगी’
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने ये भी कहा कि विपक्ष के पास कोई चेहरा नहीं है. विपक्षी खेमे में प्रधानमंत्री पद के लिए कई दावेदार हैं और उनकी एकता सफल होने वाली नहीं है. राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के बैठक में तमाम छोटे दल शामिल होंगे और नरेंद्र मोदी एक बार फिर प्रधानमंत्री बनेंगे. लोकसभा चुनाव में अब सिर्फ 8-9 महीने की बच गये हैं. यही वजह की इस बार नरेंद्र मोदी को हराने के लिए विपक्षी दल एक होने की तैयारी में जुटे है. यानी विपक्ष एकजुट हो चुका है. पटना में हुई विपक्षी एकता की पहली बैठक की सफलता के बाद अब बेंगलुरु में आज विपक्ष की दूसरी बड़ी बैठक होने जा रही है. 17 और 18 जुलाई को होने वाली इस मीटिंग में करीब 24 दलों के शामिल होने की संभावना है, जबकि पटना में 15 दल ही शामिल हुए थे. अब बेंगलुरु बैठक से ही विपक्षी एकजुटता की स्थिति स्पष्ट होगी.