सहरसा. रविवार के कारण बाजार में लोगों की चहलकदमी कम थी. अचानक तीन बजे गोली से एक युवक की मौत की खबर फैली. विरोध में बनगांव रोड के कहरा कुटी के पास जाम लगने की बात आयी. मुख्य सड़क पर बांस-बल्ला लगाये लोग प्रशासन के विरोध में नारेबाजी करने लगे. वहां से कुछ दूर बीच सड़क पर एक युवक का शव पड़ा था.
आक्रोश बढ़ता जा रहा था. अचानक दर्जनों की संख्या में पहुंचे युवकों ने तोड़फोड़ शुरू कर दी. इसी बीच, सदर थानाध्यक्ष जयशंकर प्रसाद सदल बल मौके पर पहुंचे. उन्होंने लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन कोई कुछ सुनने को तैयार नहीं था. उपद्रवियों ने लाखों की क्षति पहुंचा दी.
पुलिस पर पथराव भी किया. इस दौरान पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हल्का बल का भी प्रयोग किया. लोगों की उग्रता देख वरीय पदाधिकारी के निर्देश पर कई थाना बनगांव, सौरबाजार, सोनवर्षा कचहरी व अन्य जगहों से पुलिस पदाधिकारी व जवानों को बुलाया गया. उसके बाद किसी तरह पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा.
11 कट्टा जमीन के विवाद में एक की मौत के बाद हो रही इस हिंसा को रोकना पुलिस के लिए संभव नहीं हो पा रहा था. वाणारसी पासवान के पुत्र राजीव पासवान ने बताया कि एक साल से जमीन विवाद चल रहा था. वह लोग सीओ के पास भी गये थे. लेकिन वो बात अनसुनी कर देता था.
आज एक पक्ष के लोगों ने दूसरे पक्ष के घर में जाकर पुरुषों और महिलाओं के मारपीट करने लगे. इसी दौरान एक युवक का शव सड़क पर पड़ा हुआ मिला. इसकी सूचना मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंची.
सदर थाने के प्रशिक्षु अवर निरीक्षक अरमोद कुमार, वर्षा कुमारी व अन्य ने सूझबूझ का परिचय देकर लोगों को शांत किया. लेकिन कुछ युवकों ने घर में तोड़फोड़ शुरू कर दी. लोगों ने कहा कि जिस जगह पर शव मिला, वहां नाम मात्र का खून है. हालांकि पुलिस अनुसंधान में ही सही व स्पष्ट जानकारी सामने आ सकती है.
Posted by Ashish Jha