पटना. राज्य में गर्मी आते ही मार्च-अप्रैल तक पानी की लगभग 18 जिलों में दिक्कत होने लगती थी, लेकिन इस गर्मी मई की शुरुआत होने पर भी मात्र 26 पंचायतों में जल स्तर 50 फीट से नीचे गया है और एक जिला जमुई के कुछ इलाकों में पानी की दिक्कत हुई है. जहां पर पानी पहुचाने के लिये अधिकारियों को निर्देश दिया गया है.
पीएचइडी की विभागीय बैठक में जिलों से मिली रिपोर्ट में कहा गया है कि मुख्यमंत्री नल जल योजना का काम पूरा होने के कारण पानी की दिक्कत दूर हुई है और लोगों को इसका लाभ मिला है.
पीएचइडी के मुताबिक नल जल योजना के तहत एक लाख 14,691 वार्डो के एक करोड़ 83 लाख से अधिक परिवारों को हाउस कनेक्शन दिया गया है. गर्मी में कई जिलों में जल संकट देखने को नहीं मिला है.
विभाग के मुताबिक नालंदा, गया, नवादा, औरंगाबाद, जहानाबाद, रोहतास, कैमूर, लखीसराय, मुंगेर, भागलपुर, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, बेगूसराय, समस्तीपुर, दरभंगा में विशेष तैयारी की है. ब्लॉक स्तर पर नजर रखने को कहा गया है.क्योंकि इन जिलों के जल स्तर में पिछले कई वर्षों से लगातार गिरावट की अधिक संभावना देखी गयी है.
राज्य भर में लगभग साढे बारह लाख चापाकल की संख्या हैं, जिनका सर्वे किया जा रहा है,ताकि यह मालूम हो सकें कि किस जिलें में अभी भी चापाकल खराब है. जिलों से पीएचइडी को मिली रिपोर्ट में लगभग पांच हजार पंचायतों का सर्वे किया गया है और वहां के खराब हुए हर चापाकल को ठीक कर दिया गया है. जिसका फायदा लोगों को गर्मी के दिनों में मिल रहा है और उन्हें पानी के लिये भटकना नहीं पड़ रहा है.
Posted by Ashish Jha