पुपरी. प्रखंड क्षेत्र में प्रवाहित होने वाली मरहा नदी के जलस्तर में वृद्धि से दर्जनों गांवों के सरेह में बाढ़ का पानी फैल गया है. वहीं, सरेह में नदी का पानी फैलने से बलहा मकसूदन, नारायणपुर, हरिहरपुर, तेम्हुआ, भीमा मकलेश्वर, ससौला, थलही, वाड़ा, धरमपुर, मिरदी, बहिलवारा, डुम्हारपट्टी समेत अन्य गांव के किसानों का धान की फसल खेत में ही डूब गया है. किसानों को पशुओं के लिए भी चारा जुटाना भी मुश्किल हो गया है.
स्थानीय व किसान भोगेंद्र चौधरी व सुमित कुमार उर्फ दरोगा ने बताया कि बाढ़ के पानी में धान व पशुओं के लिए रखा गया चारा भी डूब गया है. ऊंचे स्थलों पर जाकर पशुओं के लिए चारा लाना कठिन हो रहा है. इधर, मरहा नदी के बिररबा बांध ध्वस्त हो जाने से कई गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. इस बार अब तक दर्जनों गांव में तीन-चार बार बाढ़ का पानी प्रवेश कर चुका है. बावजूद अब तक सरकार की ओर से किसानो को न फसल क्षति अनुदान हीं मिला है न बाढ़ राहत.
चोरौत. लगातार बारिश होने के कारण प्रखंड क्षेत्र की सभी नदियों के जलस्तर में वृद्धि जारी है. पड़ोसी देश नेपाल से आने वाली अधवारा समूह की रातो नदी में समुचित तटबंध नहीं रहने एवं धौंस नदी में मधुबनी जिला के मधवापुर प्रखंड क्षेत्र के ब्रह्मपुरी, बलवा व अंदौली समेत अन्य गांव के समीप टूटे तटबंध की मरम्मत नहीं होने के कारण पानी का फैलाव जारी है. इसके चलते प्रखंड क्षेत्र के यदुपट्टी, परिगामा, भंटावारी, चोरौत पूर्वी एंव चोरौत पश्चिमी पंचायत के अलावे अन्य क्षेत्र के सरेह में तेजी से पानी का फैल रहा है.
दुखद यह है कि इसको लेकर निचले हिस्से में रोपी गई धान की फसलें पानी में डूब कर पुरी तरह से बर्बाद हो रहा है. प्रखंड क्षेत्र से होकर बहने वाली अधवारा समूह की रातों व धौंस नदी की जलस्तर में वृद्धि जारी है. विगत जुलाई माह में आई बाढ़ के कारण खेत में लगाये गये धान की फसल बर्बाद होने के बाद पुनः बीचरा खरीद कर रोपनी किये थे. इधर, प्रखंड क्षेत्र के कोकन मेला के समीप धौंस नदी के तटबंध में हुएं रेनकट की मरम्मत के बाद इस क्षेत्र के किसानों को राहत मिली है. सीओ सह आपदा प्रभारी आशु रंजन ने बताया कि स्थानीय मुखिया के सहयोग से क्षतिग्रस्त बांध की मरम्मत करायी गई है.
posted by ashish jha