गंडक नदी का तेजी से बढ़ा जलस्तर, सदर प्रखंड के दो दर्जन गांवों का मुख्यालय से कटा संपर्क

नेपाल में बारिश के थमते ही गंडक नदी में आने वाले पानी का डिस्चार्ज घटने लगा है. पिछले 24 घंटे में 2.25 लाख क्यूसेक से डिस्चार्ज घटकर 1.36 लाख क्यूसेक पर आ गया. हालांकि नदी का लेवल गोपालगंज में तेजी से बढ़ा है.

By Prabhat Khabar News Desk | October 21, 2021 6:52 PM

गोपालगंज. नेपाल में बारिश के थमते ही गंडक नदी में आने वाले पानी का डिस्चार्ज घटने लगा है. पिछले 24 घंटे में 2.25 लाख क्यूसेक से डिस्चार्ज घटकर 1.36 लाख क्यूसेक पर आ गया. हालांकि नदी का लेवल गोपालगंज में तेजी से बढ़ा है. कालामटिहनियां में खतरे के निशान से नदी 78 सेमी ऊपर बहने लगी है. नतीजा है कि सदर प्रखंड के दो दर्जन गांवों का संपर्क मार्ग भंग हो चुका है.

स्कूल और आंगनबाड़ी में भी पानी प्रवेश कर गया है. स्कूलों में चार माह तक पानी भरे रहने के कारण रामनगर प्लस टू स्कूल हो या जगीरीटोला मिडिल स्कूल भवन में मिट्टी का सिल्ट जमा हो चुका है. उधर, रामनगर से जागीरीटोला जाने वाली सड़क पर पानी की धार बहने लगी है. जागीरीटोला से खाप मकसुदपुर जाने वाले रोड, जादोपुर-मंगलपुर से रजवाही जाने वाली सड़कें भी जलमग्न हो चुकी हैं.

नतीजा है कि बाढ़ के पानी से दो दर्जन से अधिक गांव घिर चुके हैं. आने-जाने के लिए नाव का सहारा बचा है. घरों में अभी पानी नहीं घुसा है. राहत इस बात की है कि नदी का डिस्चार्ज वाल्मीकिनगर में तेजी से घटा है. इससे उम्मीद है कि अगले तीन-चार दिनों में पानी निकल जायेगा.

गांवों में घिरे लोगों को फिलहाल बाजार आदि जाने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है. कुचायकोट प्रखंड के कालामटिहनियां, सदर प्रखंड के भसही, धर्मपुर, सेमराही, मुंगरहा, निमुइया रामनगर, जगीरीटोला, कठघरवां, मकसुदपुर, मेहंदियां, निरंजना, रामपुर टेंगराही आदि गांवों में बाढ़ का संकट दिखने लगा है.

वाल्मीकिनगर बाराज से ऐसे रहा नदी का डिस्चार्ज

टाइम डिस्चार्ज लाख में

  • सुबह 6:00 बजे 1.58 लाख क्यूसेक

  • दोपहर 12:00 बजे 1. 48 लाख क्यूसेक

  • दोपहर 2:00 बजे 1.36 लाख क्यूसेक

  • शाम 4:00 बजे 1.30 लाख क्यूसेक

डेंजर लेवल की स्थिति

  • कालामटिहनियां में शाम 6:00 बजे 78 सेमी ऊपर

  • पतहरा में शाम 6:00 बजे 62 सेमी ऊपर

  • डुमरियाघाट में शाम 6:00 बजे 48 सेमी ऊपर

यहां मंडरा रहा बाढ़ का खतरा

मांझा के नेमुइयां, माघी, मंगुरहा, सिधवलिया के बंजरिया, अमरपुरा, बैकुंठपुर के पकहा, धर्मबारी, बंगरा, सत्तरघाट, प्यारेपुर, आशा खौरा, फैजुल्लाहपुर,घोघराहां, बासघाट, बंधौली, शीतलपुर, बहरामपुर, आदमापुर, महारानी, उसरी, खोम्हारीपुर, सलेमपुर, प्यारेपुर समेत कुल 43 गांवों के लाखों की आबादी बाढ़ का खतरा एक बार फिर से मंडराने लगा है. अभी गांवों में पानी नहीं घुसा है. ग्रामीणों में बाढ़ को लेकर टेंशन जरूर बढ़ गया है. अगर गांव में पानी घुसा तो फिर घर को छोड़ने की मजबूरी हो जायेगी.

गंडक नदी में डूबी नाव, नाविकों ने बचायी जान

गंडक नदी किनारे टंडसपुर गांव में पशु चारा लेने जा रहे नाविकों की नाव बीच धारा में डूब गयी. नाव पर सवार तीन लोगों ने किसी तरह तैर कर जान बचा ली. तेज धारा से तैर कर निकलते युवक, स्थानीय नागरिकों व गोताखोरों ने सभी डूबे हुए लोगों को नाव से सकुशल बाहर निकाला. घटना की जानकारी पर आसपास के लोग इकट्ठा हो गये, गंडक के जल स्तर में लगातार हो रही वृद्धि की वजह से यह घटना हुई है.

Posted by Ashish Jha

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