मुजफ्फरपुर: मछली पालन वाले तालाब का पानी फसलों के लिए फायदेमंद है. यदि पानी की उपलब्धता हो, तो पानी बदलना भी जरूरी है. ऐसे में मत्स्य विभाग की ओर से मत्स्य पालक व किसानों को जागरूक किया जा रहा है. इसमें बताया गया है कि तालाब का पानी खेतों में डालने पर यूरिया की बचत होती है. इससे खेत में अमोनिया का स्तर बढ़ जाता है. जो फसलों के लिए फायदेमंद है.
मत्स्य विभाग के अनुसार मछलियों की बीट की वजह से पानी में अमोनिया का स्तर बढ़ जाता है. फिलहाल सूबे के कई जिलों में यूरिया की किल्लत से किसानों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में मत्स्य विभाग की ओर से सोशल मीडिया पर किसानों को जागरूक किया जा रहा है.
बताया गया है कि इस तरह से एक साथ कई फायदे होते हैं. जल संरक्षण को बढ़ावा मिलने के साथ किसानों की सिंचाई की समस्या भी काफी हद तक कम हो जाती है. साथ ही मछली पालन को भी बढ़ावा मिलता है. हाल में मछली पालकों को इस बारे में प्रशिक्षण भी दिया गया है. भ्रमण कार्यक्रम के तहत मछली पालन के जरिये खेती को कैसे फायदा हो और किसानों को अच्छी आमदनी हो, इस बारे में बताया गया है.