पांच साल में बिहार के सभी खेतों तक पहुंचेगा पानी, जल संसाधन मंत्री बोले- शहरों तक गंगा का पानी पहुंचाने का काम 48 फीसदी पूरा
मंत्री ने कहा कि आगामी पांच साल में सभी खेत तक पानी पहुंच जायेगा. इसके लिए ‘सिंचाई निश्चय’ योजना सूबे में शुरू कर दी गयी है. इसके लिए 18 जनवरी, 2021 से सर्वे का काम शुरू हुआ है, जिसे 100 दिनों में पूरा कर लिया जायेगा.
पटना. जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने विधानसभा में वित्तीय वर्ष 2021-22 का विभागीय बजट पेश किया. इसमें तीन हजार सात करोड़ रुपये स्कीम मद और एक हजार 66 करोड़ 88 लाख रुपये स्थापना एवं प्रतिबद्ध व्यय मद में खर्च करने का प्रावधान रखा गया है.
मंत्री ने कहा कि आगामी पांच साल में सभी खेत तक पानी पहुंच जायेगा. इसके लिए ‘सिंचाई निश्चय’ योजना सूबे में शुरू कर दी गयी है. इसके लिए 18 जनवरी, 2021 से सर्वे का काम शुरू हुआ है, जिसे 100 दिनों में पूरा कर लिया जायेगा.
इसमें सभी 534 प्रखंड स्तरीय संयुक्त तकनीकी सर्वेक्षण दल और मॉनीटरिंग के लिए 38 जिला स्तरीय संयुक्त अनुश्रवण दल का गठन किया गया है. इसे तकनीक से जोड़ा गया है और सिंचाई निश्चय वेबसाइट और मोबाइल-एप भी तैयार किया गया है.
मंत्री ने बताया कि ‘गंगा जल उद्वह योजना’ में 48 फीसदी काम पूरा हो गया है. इसके तहत मॉनसून के तीन महीने में गंगा जल को राजगीर, गया और बोधगया तक पाइप से लाकर एकत्र किया जायेगा. इसके बाद इसे फिल्टर करके इन शहरों के सभी घरों तक पानी पहुंचाया जायेगा. प्रति व्यक्ति 135 लीटर के औसत से पानी मुहैया करायी जायेगी. इसके दूसरे चरण में नवादा को भी इससे जोड़ा जायेगा.
मंत्री ने कहा कि 148 किमी लंबी पाइप लाइन में 65 किमी में पाइन बिछाने का काम पूरा हो गया है. इसे इस साल पूरा कर लिया जायेगा. उन्होंने कहा कि गया के प्रसिद्ध विष्णुपद मंदिर के पास सालभर पानी उपलब्ध कराने के लिए रबर डैम का निर्माण कराया जा रहा है.
405 मीटर लंबा और तीन मीटर ऊंचा यह डैम बिहार का अपनी तरह का पहला डैम होगा. आइआइटी रूड़की से इसके लिए तकनीकी परामर्श लिया जा रहा है.
Posted by Ashish Jha