झंझारपुर. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार का तेजी से विकास हो रहा है. विकास की इस धारा से मिथिला भी अछूता नहीं है. सीएम के नेतृत्व में ही मिथिला चहुमुंखी विकास हुआ है. मिथिला पर्यटन का सबसे बड़ा केंद्र बनने जा रहा है.
बिहार में शिक्षा, सड़क, बिजली, स्वास्थ्य और सुरक्षा के क्षेत्र में बेहतरीन काम हुआ है. जिस कारण मिथिला सहित बिहार में विकास की गंगा बह रही है। मिथिला में रिवर्स माइग्रेशन शुरू हो गया है जो बिहार में विकास की नया आयाम लिखेगा. ये बातें झंझारपुर भ्रमण के दौरान सूबे के जल संसाधन मंत्री संजय झा ने कही.
उन्होंने कहा कि जयनगर बराज निर्माण का कार्य 4 सौ करोड़ की लागत से शुरू होने जा रहा है. जिससे बाढ़ नियंत्रण व सिंचाई की सुविधा मिलेगी. उन्होंने कहा कि पांच वर्ष के अंदर मिथिला के सभी खेतों में पानी पहुंचाने की व्यवस्था की जा रही है. जिसके लिए सर्वे का काम शुरू हो गया है.
कोरोना के बीच सिर्फ बिहार में चुनाव हुआ. दरभंगा और मधुबनी जिले की 20 सीटों में से 17 सीट मिथिला वासियों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को तोहफे के रूप में दिया. जिससे पता चलता है कि दरभंगा-मधुबनी विकास के मुद्दे पर मुख्यमंत्री के साथ खड़ा है.
बिहार विधान सभा में हुए विवाद उन्होंने कहा कि देश के इतिहास में पहली बार सदन में ऐसी घटना हुई है. यही विपक्ष का असली चेहरा है. आरजेडी के लोग सत्ता नहीं मिलने से बौखलाए हुए हैं.
उन्होंने कहा कि दरभंगा एयरपोर्ट का नाम महाकवि विद्यापति के नाम करने के लिए विधान सभा और विधान परिषद से प्रस्ताव पारित हो गया है. उनके साथ कई विभागीय अधिकारी भी थे.
Posted by Ashish Jha