गंगा नदी में जल्द होगी वाटर स्पोर्ट्स की शुरुआत… जिम, योग सेंटर, पार्क भी खुलेंगे
Water Sports in Ganga: गंगा के किनारे ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए, पर्यावरण एवं जैव विविधता संरक्षण, सतत विकास एवं जीविकोपार्जन के अवसरों में वृद्धि के लिए समिति से जुड़े सभी विभागों के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर निर्णय लिया गया है कि गंगा नदी में जल्द ही वाटर स्पोर्ट्स की शुरुआत की जाएगी.
Water Sports in Ganga: गंगा के किनारे ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए, पर्यावरण एवं जैव विविधता संरक्षण, सतत विकास एवं जीविकोपार्जन के अवसरों में वृद्धि के लिए समिति से जुड़े सभी विभागों के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर निर्णय लिया गया है कि गंगा नदी में जल्द ही वाटर स्पोर्ट्स की शुरुआत की जाएगी.
साथ ही गंगा नदी के तट पर जिम, योगा सेंटर, फूड कोर्ट और पार्क बनाकर पर्यटक स्थल के तौर पर इसे विकसित किया जाएगा. इसके लिए डीएम सह जिला गंगा समिति के अध्यक्ष डॉ. चंद्रशेखर सिंह द्वारा पर्यटन विभाग के पदाधिकारियों को योजना बनाने का निर्देश दिया गया है.
अर्थ गंगा कार्यक्रम को धरातल पर लाने की जरूरत
गुरुवार को डॉ. चंद्रशेखर सिंह अपने कार्यालय में जिला गंगा समिति की बैठक में गंगा से जुड़ी योजनाओं की समीक्षा कर रहे थे. इस बैठक में पर्यटन, मत्स्य, जीविका, कृषि, वन समेत कई विभागों के पदाधिकारी मौजूद थे. डीएम ने गंगा व सहायक नदियों के उत्थान एवं संरक्षण के लिए विभागों और स्टेकहोल्डर्स को प्रतिबद्ध रहने को निर्देश दिए हैं. इस बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत ‘अर्थ गंगा कार्यक्रम’ को धरातल पर लाने की जरूरत है.
ईको टूरिज्म को बढ़ावा देना प्रथम लक्ष्य
डीएम ने कहा कि गंगा के किनारे ईको टूरिज्म को प्रोत्साहित करना है. इसके लिए सभी विभागों के अधिकारियों को आपस में समन्वय बनाकर चलना होगा. प्रयत्न करना होगा कि आप व्यक्ति के जीविकोपार्जन और सतत विकास में मदद मिल सके. जिला गंगा समिति के सभी पांच स्तम्भों निर्मल गंगा, अविरल गंगा, जन गंगा, ज्ञान गंगा एवं अर्थ गंगा के तहत जितने भी दायित्व हैं उनका पालन करने का भी निर्देश दिया गया है.
सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट को शीघ्र करें पूरा
बुडको के जितने भी निर्माणाधीन सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट हैं उनको शीघ्र पूरा करने का निर्देश दिया गया है. बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण परिषद की ओर से गंगा नदी के जल की गुणवत्ता में सुधार के आंकड़ों को समय समय पर प्रेषित कर दिखाना होगा. वन विभाग द्वारा आर्द्र भूमि संरक्षण, वनीकरण एवं जैव विविधता संरक्षण में भी सुधार कर उत्कृष्ट कार्य करने को निर्देश दिया गया है.
इसके साथ ही जन गंगा कार्यक्रम के अंतर्गत लोगों को जागरूक प्रभात फेरी, रैली, गंगा मैराथन, गंगा क्वीज, दीवार लेखन, नारा प्रतियोगिता, कैच द रेन का आयोजन कर किया जाएगा. साथ हीं गंगा आरती का भी नियमित आयोजन करने को निर्देश दिया गया है.