भागलपुर: शहर में चल रहे 525 करोड़ रुपये के जलापूर्ति का काम धीमे गति से चल रहा है, ऐसे में नहीं लगता है इस याेजना के दोनों फेज का काम समय पर पूरा हो पायेगा. एनओसी के इंतजार में इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर में बन रहे इंटकवेल के पास से जीरोमाइल तक पौने तीन किलोमीटर पाइप बिछाने के लिए काटे जाने वाले सड़क के लिए पटना स्थित मिनिस्ट्री ऑफ सरफेस ट्रांसपोर्ट एंड हाइवे के रीजनल कार्यालय से एनओसी नहीं मिल पा रहा है.
बुडको द्वारा पिछले डेढ़ साल से एनओसी लेने को लेकर एनएच को पत्र लिखा जा रहा है. बुडको द्वारा मिले पत्र पर एनएच द्वारा पटना स्थित मिनिस्ट्री ऑफ सरफेस ट्रांसपोर्ट एंड हाइवे के रीजनल कार्यालय को प्रस्ताव भी भेजा गया. लेकिन अभी तक एनओसी को लेकर स्वीकृति नहीं मिली है. कई बार प्रस्ताव भेजा गया लेकिन स्वीकृति नहीं मिल पायी है. सबसे बड़ी बात यह है कि इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर में बन रहे 120 एमएलडी के इंटक वेल का काम भी बंद है. कभी थोड़ा बहुत काम होता है फिर काम बंद हो जाता है. वहीं बरारी वाटर वर्क्स परिसर में बन रहे 90 एमएलडी के ट्रीटमेंट प्लांट का काम हो रहा है. इंटकवेल और ट्रीटमेंट प्लांट की लगभग 277 करोड़ की योजना है.
दूसरे फेज में इंटकवेल, ट्रीटमेंट प्लांट, शहर में बननेवाले 19 जलमीनार तक पाइप ले जाना है. इसके अलावा बरारी इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर में बन रहे इंटकवेल के पास से बरारी वाटर वर्क्स परिसर जहां ट्रीटमेंट प्लांट बन रहा है वहां तक पाइप को ले जाना है. इस काम को दिसंबर 2022 तक पूरा करना है. इसके लिए दो माह से कुछ अधिक का समय बचा है. लेकिन पाइप लाइन बिछाने का काम नहीं होने और इंटकवेल निर्माण कार्य पूरा नहीं होने से योजना समय पर पूरी होने में संशय है.
जलापूर्ति योजना के पहले फेज में शहर में 19 जलमीनार का निर्माण कार्य होना है. इसमें से लगभग पांच से अधिक जलमीनार का काम पूरा हुआ है. कुछ जलमीनार का काम चल रहा है. वहीं 460 किलोमीटर निगम क्षेत्र के सभी वार्डों में पाइप बिछाने काम होना है. इनमें लगभग 350 किमी पाइप बिछाने का काम हो गया है. लेकिन अभी भी बहुत काम बाकी है. पहले फेज की योजना का काम मार्च 2023 तक पूरा करना है.
इस मामले को लेकर बुडको के कार्यपालक अभियंता नागेंद्र नाथ मिश्र ने बताया दोनों फेज का काम समय पर पूरा हो इसके लिए कोशिश की जा रही है. एनओसी के इंतजार में इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर में बन रहे इंटकवेल के पास से जीरोमाइल तक पौने तीन किमी पाइप बिछाने का काम अटका है. पहले फेज का काम भी समय पर पूरा हो इसके लिए कोशिश की जा रही है.