पटना. राजद के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने अपने विवादित बयान के संदर्भ में साफ किया है कि देश में जिस तरह नफरत का माहौल बनाया गया है, उसमें हमें इन नफरती लोगों से सर्टिफिकेट लेना पड़ रहा है. इन लोगों के पास वह सब कुछ है कि जब चाहे कह सकते हैं कि तुम पाकिस्तानी हो. हम कब तक सफाई देंगे. सिद्दीकी कहा कि नफरती लोग हमें कभी भी पाकिस्तान जाने को कह सकते हैं.
लिहाजा मैंने हार्वड कॉलेज में पढ़ रहे अपने बेटे और लंदन स्कूल ऑफ इकॉनॉमिक्स में पढ़ रही अपनी बेटी से कहा है कि अगर संभव है तो तुम लोग, वहीं रह जाओ. हालांकि मैंने जब यह बयान दिया , तब मैंने यह भी कहा कि ऐसा कहते हुए मुझे बहुत दुख हो रहा है. क्योंकि जिस धरती पर हमने जन्म लिया ,पले -बढ़े , उससे नाता तोड़ना आसान नहीं होता है. आखिर हमें कोई पाकिस्तान कैसे भेज सकता है. यह हमारे जीवन-मरण का विषय होगा. इससे आप मेरे दर्द को समझ सकते हैं कि अब इस देश का माहौल कितना द्वेशपूर्ण हो चुका है.
राजद नेता ने कहा कि मेरा यह बयान पंद्रह दिन पहले का है. एक उर्दू अखबार ने बिहार विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर के स्वागत में वह कार्यक्रम आयोजित किया था. इसमें हाइकोर्ट के जज, आइएएस ,आइपीएस और शहर के कई जाने माने शिक्षाविद थे. सिद्दीकी के इस बयान पर भड़की बीजेपी ने उनके खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा चलाने की मांग की है.
बीजेपी विधायक ई. शैलेंद्र ने कहा कि अब्दुल बारी सिद्दीकी खुलेआम देश विरोधी बातें कर रहे हैं. उनके खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिये. जिस देश ने सिद्दीकी जैसे नेताओं को इतना महत्व दिया, उन्हें मंत्री से लेकर कई और ओहदा दिया उसे ही वे कोस रहे हैं. ऐसे देश विरोधी बयानों की घोर निंदा की जानी चाहिये.