बिहार में अब ठंड से लोगों की मौत होने लगी है. औरंगाबाद में ठंड लगने से दो लोगों की मौत हो गयी है. वहीं नवादा में एक 12 वर्षीय किशोर की जान ठंड लगने से चली गयी. कड़ाके की ठंड की चपेट में आने से बीमार लोगों की संख्या भी बढ़ गयी है. जानकारी के अनुसार औरंगाबाद शहर में कड़ाके की ठंड की चपेट में आने से एक पार्षद के भाई सहित दो लोगों की मौत हो गयी है. वार्ड पार्षद रंजय अग्रहरी के भाई मृत्युंजय अग्रहरी जब अपने दुकान में थे, तभी ठंड की चपेट में आ गये. आनन-फानन में उन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंचाया गया. जहां पर उनकी मौत हो गयी. इधर गंगटी गांव में कविलास ठाकुर नामक व्यक्ति की मौत ठंड से होने की बात बतायी जा रही है.
नवादा के उग्रवाद प्रभावित रजौली थाना क्षेत्र के बहादुरपुर गांव में गुरुवार को अजय चौधरी के 12 वर्षीय पुत्र रोशन कुमार की मौत अत्यधिक ठंड लगने के कारण हो गई. परिजन के अनुसार उसकी मौत ठंड लगने से हो गयी. किशोर की मौत से घर परिवार में कोहराम मचा हुआ है. बताया जा रहा है कि गुरुवार की सुबह में करीब 3 बजे रौशन को ठंड लगने लगा और उसे उल्टियां होने लगी. जिसके बाद स्थानीय स्तर पर उसका प्राथमिक उपचार कराया गया. लेकिन उसकी हालत बिगड़ती चली जा रही थी. तब उसे इलाज के लिए पटना ले जा रहे थे. लेकिन रास्ते में उसकी मौत हो गई. नवादा में पिछले छह दिनों से तापमान एकदम गिरा हुआ है. इसके पूर्व 3 जनवरी को रजौली गया पथ एसएच 70 धर्मपुर मोड़ के समीप सिरदला थाना क्षेत्र के रमरायचक गांव के 73 वर्षीय शिवचरण भुइयां की मौत ठंड लगने के कारण हो गई थी. लावारिश हालत में शव सड़क के किनारे पड़ा मिला था. लेकिन ठंड से मौत की पुष्टि प्रशासन के द्वारा नहीं की गई है.
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बिहार में फिलहाल शीतलहर का प्रकोप जारी है. शीतलहर के कारण गुरुवार को प्रदेश के कई इलाकों में न्यूनतम तापमान छह डिग्री से नीचे दर्ज किया गया है. मौसम विभाग के अनुसार पछुआ हवाओं के कारण फिलहाल ठंड से राहत नहीं मिलने वाली है. ऐसे में लोगों से ठंड व शीतलहर से बचने की अपील की जा रही है. छोटे बच्चे, बुजुर्ग व गंभीर बीमारियों से ग्रसित मरीजों का विशेष ध्यान रखने की जरूरत है. बच्चों, वृद्ध व्यक्तियों के साथ-साथ पड़ोस में अकेले रहने वाले व्यक्तियों का विशेष ध्यान रखें. पीने के लिए गरम पेय पदार्थ दें. स्थिति बिगड़ने पर अति शीघ्र चिकित्सीय परामर्श लें.