दरभंगा. दरभंगा एयरपोर्ट से कोलकाता व मुम्बई आने- जाने वाले हवाई यात्रियों को मायूसी हाथ लगी. सोमवार को कोलकाता व मुम्बई रूट पर विमानों की आवाजाही नहीं हो सकी. लिहाजा यात्रियों को काफी परेशानी हुई. एयरपोर्ट अथॉरिटी के अनुसार आज छह विमानों से कुल 898 पैसेंजरों ने यात्रा की. हैदराबाद, बैंगलुरु व दिल्ली के लिये एक- एक जहाजों की आवाजाही हो सकी. पांच जोड़ी विमानों का आवागमन रद्द कर दिया गया. इसमें दिल्ली, बेंगलुरु एवं कोलकाता की एक- एक सेवा शामिल है.
मुंबई आने- जाने वाली दो जोड़ी उड़ान का संचालन नहीं किया गया. बता दें कि दरभंगा एयरपोर्ट से रोजाना 16 विमानों की आवाजाही का शिड्यूल है. इन दिनों इनमें से अधिकांश उड़ान रद्द हो जा रही है. बताया जाता है कि इन दिनों यात्रियों की संख्या कम होने के कारण एयरलाइन्स की ओर से सेवा रद्द की जा रही है. जबकि अभी भी दरभंगा से औसतन 150 यात्री प्रति विमान टिकट बुक कराते हैं. आवागमन करने वाले यात्रियों की यह अच्छी संख्या मानी जाती है.
एयर फोर्स स्टेशन के सभागार में एयरपोर्ट को ले बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस (बीएसएपी) सह ट्रैफिक पुलिस महानिरीक्षक एमआर नायक ने सोमवार को अधिकारियों के साथ बैठक की. डीएम राजीव रोशन, प्रभारी एसएसपी अशोक कुमार प्रसाद, एयर फोर्स के विंग कमांडर, एयरपोर्ट ऑथिरीटी आफ इंडिया के जीएम, जिला भू-अर्जन पदाधिकारी सहित कई अधिकारियों की मौजूदगी में सड़क से हवाई अड्डा दिखने, रनवे की फेंसिंग, प्रतिनियुक्त फायर जवानों व सुरक्षा बलों का नियमित प्रशिक्षण, पार्किंग की व्यवस्था एवं सुरक्षा से संबंधित कई बिंदुओं पर चर्चा की गई.
बताया गया कि सरकार की ओर से यहां अब आठ की जगह 12 विमान उड़ाने की योजना है. इसे देखते हुए आधारभूत संरचना की क्या-क्या आवश्यकता होगी और मौजूदा स्थिति क्या है इसकी जानकारी ली. इसे लेकर बेहतर पार्किंग पर बल दिया गया. साथ ही सुरक्षा को लेकर मैन पावर को बढ़ाने की बात कही गई. यात्रियों की संख्या बढ़ने पर ट्रैफिक बल को बढ़ाने की आवश्यकता जताई गई. सुरक्षा को लेकर वाच टावर का जल्द निर्माण हो इस पर विस्तार से चर्चा की गई. आइजी एमआर नायक ने कहा कि तत्काल हम क्या कर सकते हैं, इस विशेष ध्यान देने की जरूरत है. बैठक में समस्याओं और उसके निदान पर अधिकारियों ने विस्तृत से अपना सुझाव देने का काम किया.
बताया गया कि हवाई अड्डा के समीप वाले सड़क के सामने वाले बाउंड्री पर पांच सौ मीटर तक व्यू-कटर का कार्य चल रहा है, जिसे दस दिनों में पूरा कर लिया जाएगा. इस दौरान हवाई रनवे के दोनों ओर फेंसिंग का कार्य भवन प्रमंडल दरभंगा को करवाने का आदेश दिया गया. सहायक अभियंता भवन प्रमंडल ने 28 जनवरी से कार्य शुरू कर 15 दिनों के अंदर पूरा कर लेने का आश्वासन दिया. फेंसिंग कार्य पूरा होने के उपरांत हवाई अड्डा के निकटवर्ती क्षेत्र से जंगली सूअर व नीलगाय को दूसरी जगह शिफ्ट करवाने का कार्य शुरू करने की बात कही गई.
सुरक्षा को देखते हुए आइजी ने एयरपोर्ट और आसपास के क्षेत्र को ड्रोन नाट फ्लाई जोन डिक्लेयर्ड करने का निर्देश दिया. वहीं फायर और सुरक्षा में लगाए गए जवानों को 15 दिनों पर प्रशिक्षण दिलवाने का निर्देश दिया. बैठक में एयरपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया के जीएम और डीजीएमने बताया कि दरभंगा हवाई अड्डा से प्रतिदिन लगभग 24 सौ से तीन हजार यात्री आवागमन करते हैं, जिसके लिए वर्तमान टर्मिनल छोटा पड़ रहा है. इसे देखते हुए एडिशनल टर्मिनल की आवश्यकता बतायी. इसके बाद अधिकारियों ने बताया कि एडिशनल टर्मिनल के लिए एयर फोर्स से भूमि उपलब्ध कराने के लिए वार्ता चल रही है.