पटना. ठंडक के सीजन में (दिसंबर से फरवरी तक) 14 कोल्ड-डे व 42 दिन कोहरा पड़ने की आशंका है. औसत रूप से ठंड के सीजन में 4-5 दिन कोल्ड-डे व 22 दिन कोहरे की आशंका रहती है, लेकिन इस बार कोल्ड-डे व कोहरा दोनों अपने औसत से दो गुना रह सकता है. ठंड का यह मौसम रोमांचक तो होगा, लेकिन बुजुर्ग, बच्चे व सांस के रोगियों को इसमें थोड़ी अधिक सावधानी अपनानी होगी. मौसम विशेषज्ञ डॉ एसएन पांडेय के अनुसार ज्यामितीय गणना के आधार पर इस बार औसत से अधिक ठंड रहेगी. उन्होंने कहा कि समुद्र के मध्य तल का सतही तापमान अपने औसत से नीचे है. आगामी दिसंबर से फरवरी तक 82 से 85 प्रतिशत ला-नीना कंडीशन रहने की संभावना है. इसके चलते इस बार औसत से अधिक कोल्ड-डे व औसत से अधिक कोहरा पड़ सकता है.
जब किसी स्थान का न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम रहे और दिन का तापमान अपने अधिकतम तापमान अपने औसत से 4.5 से 6.4 डिग्री सेल्सियस तक कम हो जाये तो उसे कोल्ड डे कहा जाता है. पिछले 20 वर्षों में सर्वाधिक 2003 में 20 कोल्ड डे हुआ था.
पूर्वी व पश्चिमी प्रशांत महासागर के मध्य तल का तापमान यदि अपने औसत से 0.5 कम रहता है तो उसे ला-नीना कंडीशन कहते हैं. यह कंडीशन भारतीय वायुमंडल पर फर्क डालता है. बारिश के सीजन में ला-नीना कंडीशन रहने पर बारिश अच्छी होती है और ठंड के समय में ला-नीना कंडीशन रहने पर ठंड अधिक पड़ती है.
बीते चौबीस घंटों में अधिकतम तापमान 28.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 1.2 डिग्री कम रहा. न्यूनतम तापमान 14.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से एक डिग्री कम रहा. आर्द्रता अधिकतम 83 और न्यूनतम 49 फीसदी दर्ज किया गया. आसमान पूरी तरह साफ बना हुआ है. साफ आसमान की वजह से रात में ओस का रास्ता भी पूरी तरह साफ हो गया है. ऐसे में सुबह ठंडी हवाओं का दौर लोगों को कंपाने की ओर जल्द ही होगा.