बिहार में गर्मी चरम पर, पसीने से तर-ब-तर हो रहे लोग, पश्चिम चंपारण समेत इन जिलों में येलो अलर्ट जारी

प्रदेश के सीमांचल क्षेत्रों में 24 घंटों के दौरान मेघ गर्जन के साथ बारिश का पूर्वानुमान है. पटना का अधिकतम तापमान शुक्रवार को सामान्य से तीन डिग्री की वृद्धि के साथ 41.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 4, 2022 12:22 PM

पटना. बिहार के कई जिलों में तापमान 40 डिग्री के पार पहुंच गया है. हवा में नमी की मात्रा अधिक होने के कारण गर्मी चरम पर पहुंच गयी है. उमस वाली इस गर्मी से लोग बेचैन हो रहे हैं. दिन का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया है. वहीं रात का भी पारा भी 26 डिग्री सेल्सियस के ऊपर चल रहा है. इसी तरह की स्थिति अगले तीन-चार दिनों तक बने रहने के आसार हैं. हवा में नमी की बात करें, तो सुबह में आर्द्रता 88 प्रतिशत और दोपहर में 60 फीसदी तक है. हालांकि प्रदेश के सीमांचल क्षेत्रों में 24 घंटों के दौरान मेघ गर्जन के साथ बारिश का पूर्वानुमान है. पटना का अधिकतम तापमान शुक्रवार को सामान्य से तीन डिग्री की वृद्धि के साथ 41.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. 44.4 डिग्री सेल्सियस के साथ औरंगाबाद प्रदेश का सबसे गर्म शहर रहा.

इन जगहों पर अलर्ट जारी

सीमांचल क्षेत्रों के पूर्वी व पश्चिमी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, भागलपुर, बांका के एक दो स्थानों पर मेघ गर्जन होने के साथ बिजली चमकने व हल्के से मध्यम स्तर की वर्षा का पूर्वानुमान को देखते हुए येलो-अलर्ट जारी किया गया है. मुजफ्फरपुर में मौसम पूर्वानुमान के अनुसार फिलहाल तेज बारिश की संभावना तो नहीं है, लेकिन कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है. अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है. इस दौरान 15 से 20 किमी की रफ्तार से पूरबा हवा चलेगी. शुक्रवार को पिछले दो-तीन दिनों की तरह सुबह से ही गर्मी तेवर में थी. दोपहर तक गर्मी की वजह से शरीर में जलन महसूस होने लगी. एसी व पंखे की हवा भी राहत नहीं दे रही थी.

सामान्य से अधिक बारिश की उम्मीद

छांव में भी लोग पसीने से तर-ब-तर हो रहे थे. गर्मी से राहत के लिए जूस, कुल्फी व ठंडे पेय पदार्थों की दुकानों पर लोगों की भीड़ लगी थी. दोपहर करीब दो बजे सड़कों पर कुछ देर के लिए सन्नाटा पसर गया था. बाजार में ग्राहक नहीं दिख रहे थे. मौसम विभाग के वैज्ञानिक के अनुसार, अभी सिस्टम सक्रिय नहीं होने के कारण बारिश नहीं हो पा रही है. वैसे 12 से 13 जून के बीच मानसून के आगमन की संभावना है. इस बार सामान्य से अधिक बारिश की उम्मीद है.

Also Read: पूर्वी राज्यों से ज्यादा इस बार बिहार में हुई प्री मॉनसून वर्षा, जानें बिहार में मॉनसून कब तक देगा दस्तक
धान का बिचड़ा लगाने के लिए अनुकूल समय, करें तैयारी

मौसम के खेती के लिए अनुकूल है. कम अवधि वाले धान के बिचड़ा लगाने के लिए जमीन को तैयार किया जा सकता है. इसी तरह सब्जी के फसल में निराई-गुड़ाई कर दवा का छिड़काव किया जा सकता है. खरीफ मक्का के बुआई के लिए मौसम अनुकूल है. पशुओं की चारा के लिए मक्का, ज्वार और बाजरा का बुआई किया जा सकता है.

Next Article

Exit mobile version