Weather Update : पटना में आज भी होगी बारिश, फसलों को हुई क्षति पर मिलेगा मुआवजा, जाने कल कैसा रहेगा मौसम
मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार चक्रवाती परिसंचरण का क्षेत्र उत्तर राजस्थान के आसपास बना हुआ है. एक ट्रफ रेखा उत्तर पूर्व राजस्थान से नगालैंड तक हरियाणा, यूपी, दक्षिण बिहार होते हुए गुजर रही है. इसके प्रभाव से अगले 24 घंटों के दौरान मेघ गर्जन के साथ हल्की से मध्यम वर्षा के आसार हैं.
पटना में बुधवार को भी बारिश हो सकती है. मौसम विज्ञान केंद्र पटना के मुताबिक गुरुवार से मौसम का मिजाज बदलेगा और मौसम सामान्य रहेगा. पटना समेत पूरे राज्य का मौसम बीते चार दिनों से बदला हुआ नजर आ रहा है. वर्षा के कारण तापमान में गिरावट आने से लोगों को गर्मी से राहत तो मिली है, पर इससे फसलों को काफी नुकसान हुआ है.
मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार चक्रवाती परिसंचरण का क्षेत्र उत्तर राजस्थान के आसपास बना हुआ है. वहीं, एक ट्रफ रेखा उत्तर पूर्व राजस्थान से नगालैंड तक हरियाणा, यूपी, दक्षिण बिहार होते हुए गुजर रही है. इसके प्रभाव से प्रदेश में अगले 24 घंटों के दौरान मेघ गर्जन के साथ हल्की से मध्यम वर्षा के आसार हैं. मंगलवार को पटना का अधिकतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री नीचे आने के साथ 28 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. बुधवार के बाद दिन व रात के तापमान में तीन से चार डिग्री की बढ़ोतरी होगी.
जिले से ओलावृष्टि से क्षति की रिपोर्ट आने पर मिलेगा मुआवजा : कृषि मंत्री
कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत ने बताया कि राज्य में 17-20 मार्च के बीच तेज हवा व ओलावृष्टि से फसलों का नुकसान हुआ है. इसको लेकर सभी डीएम से क्षति की रिपोर्ट मांगी गयी है. रिपोर्ट मिलते हुए फसलों की क्षति का मुआवजा किसानों को दिया जायेगा. कृषि मंत्री मंगलवार को विधानसभा में अख्तरूल इस्लाम शाहीन व अन्य सदस्यों के ध्यानाकर्षण सूचना का जवाब दे रहे थे.
मंत्री ने बताया कि गया, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर समेत अन्य जिलों से अब तक जो ब्योरा प्राप्त हुआ है, उसके अनुसार 16531 हेक्टेयर क्षेत्र में फसलों की क्षति हुई है. अभी अन्य जिलों से रिपोर्ट की मांग की गयी है. इसको लेकर बिहार के सभी कृषि पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है. वे इसकी तीन बार समीक्षा करेंगे. इसके बाद डीएम के माध्यम से जो अंतिम रिपोर्ट मिलेगी, जिसके आधार पर मुआवजे का भुगतान किया जायेगा. इस पर शाहीन व भाई वीरेंद्र ने सरकार से पशुधन और कच्चे मकानों के हुए नुकसान की भरपाई करने की मांग सरकार से की.