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बिहार में 25 जुलाई से बारिश में आ सकती है कुछ कमी
पटना : बिहार में गंगा से सटे जिलों अच्छी बारिश होने के संकेत हैं. एक दो स्थानों पर भारी बारिश के आसार हैं. आइएमडी पटना ने पूर्वानुमान व्यक्त किया है कि अगले 24 घंटे बिहार में कई जगहों पर ठनका गिरने की प्रबल आशंका है. गुरुवार को प्रदेश के कुछ जगहों पर भारी बारिश दर्ज की गयी है. आइएमडी पटना के मुताबिक 25 जुलाई से बारिश में कुछ कमी आ सकती है. हालांकि, ठनका की गतिविधियां बढ़ी हुई बनी रहेंगी.
बारिश के जिम्मेदार अक्षीय रेखा बिहार के गया से होते हुए बंगाल की खाड़ी तक जा रही है. इसकी वजह से खासतौर पर दक्षिणी-पूर्वी बिहार में अच्छी बारिश और उत्तर पश्चिमी बिहार में कुछ एक स्थानों पर भारी बारिश के आसार बने हुए हैं. हालांकि, बिहार में गुरुवार को बैरगनिया में 120 मिलीमीटर, महुआ में 110 मिलीमीटर, बेलसंड में 90,गौनाहा में 80, बड़हिया, बाघा और जंदाहा में 70-70 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गयी है. उल्लेखनीय है कि गुरुवार को प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में तापमान सामान्य के करीब रहा.
अवधारा और महानंदा के जलस्तर में बढोतरी
पटना : अवधारा सोनवर्षा में और सीतामढी में नीचे बह रही है.वहीं महानंदा पूर्णिया में खतरे के निशान से ऊपर और किशनगंज में नीचे बह रही है. बूढी गंडक खगडिया में नीचे बह रही है.
बागमती और कमला बलान लाल निशान के ऊपर
पटना : बागमती और कमला बलान सभी स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. बागमती सीमामढ़ी व दरभंगा समेत सभी जगहों पर लाल निशान से ऊपर बह रही है. वहीं कमला बलान झंझारपुर में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.
नदियों के किनारे नहीं जाने की अपील
सीतामढ़ी : जिलाधिकारी ने भी लोगों से अपील करते हुए कहा है कि भारी वर्षा में लोग घर में ही रहें. बहुत जरूरी होने पर ही घर से निकलें, परंतु मास्क पहनकर एवं सतर्कता के साथ निकले. जल जमाव वाले क्षेत्रों एवं नदियों के किनारे जाने से बचें.
डीएम ने किया बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण
पूर्णिया: जिलाधिकारी द्वारा बायसी प्रखंड के पंचायत (बनगामा,पूरनगंज व सुगवा महानंदपुर)में बढ़ते जलस्तर से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण कर प्रशासन की तैयारियों का जायजा लिया गया एवं कोविड SOP के अनुसार राहत संबंधी कार्य संचालन हेतु निर्देशित किया गया।
समस्तीपुर में मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम विभाग ने अगले दो तीन घंटों में समस्तीपुर जिले में हल्की से मध्यम वर्षा की चेतावनी दी है. इस दौरान कुछ जगहों पर वज्रपात होने की भी आशंका प्रकट की गयी है. लोगों ने अपील की गयी है कि बादल छाने के बाद वो बिना कारण घर से बाहर नहीं निकलें.
दिलदारपुर का संपर्क मुख्यालय से टूटा
नाथनगर. बाढ़ का पानी लगातार बढ़ने से प्रखंड क्षेत्र के शंकरपुर पंचायत के दिलदारपुर का संपर्क जिला मुख्यालय से टूट गया है. वार्ड संख्या 9 के लोगों को बीते 15 दिनों से मुख्यालय आने जाने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.लोगों ने बताया कि अबतक प्रशासन के तरफ से एक भी नाव नहीं दिया गया है. निजी नाव वाले मनमना पैसा मांगते हैं. उधर, अफसरों का दावा है कि शंकरपुर में तीन नौका तैनात किया गया है.
दरभंगा में 160 नावों की व्यवस्था
दरभंगा के बाढ़ग्रस्त लोगों की मदद के लिए 98 सामुदायिक रसोई चलायी जा रहा है. इसमें 15,586 लोग प्रतिदिन भोजन कर रहे हैं. पीड़ित लोगों के बीच 2,217 पॉलिथिन शीट्स वितरित किये गये हैं. 160 नावों की व्यवस्था की गयी है. पशुओं के लिये भी चारे का पर्याप्त इंतजाम किया गया है. लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है. सामुदायिक किचेन के संचालन में सोशल डिस्टैंसिंग एवं मास्क का पालन अनिवार्य रूप से किया जा रहा है. जिले के सभी वरीय पदाधिकारी दिन–रात कार्यर्यों की मानीटरिंग कर रहे हैं. एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ की तीन टीमें तैनात हैं.
आज हल्की और कल अच्छी बारिश के आसार
सबौर. गुरुवार को हल्की तो शुक्रवार को अच्छी वर्षा होने की संभावना मौसम विशेषज्ञ ने पूर्वानुमान में कही है. बुधवार को भी अच्छी वर्षा हुई. आकाश में बादल छाये रहने के कारण उमस व गर्मी रही. मौसम साफ रहा. बीएयू के मौसम विशेषज्ञ के अनुसार गुरुवार को 5 मिमी तक वर्षा की संभावना है. बुधवार को आसपास का अधिकतम तापमान 32.8 डिग्री, जबकि न्यूनतम 25.6 डिग्री सेल्सियस रहा.
युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्य जारी
बाढ़ के कारण पूर्वी चंपारण के चार प्रखंडों की 25 पंचायतों में 30,062, पश्चिमी चंपारण में चार प्रखंडों की 15 पंचायतों में 95 हजार, गोपालगंज जिले में पांच प्रखंडों की 19 पंचायतों में 28,376 लोग बाढ़ से पीड़ित हैं, जबकि दरभंगा में सात प्रखंडों की 80 पंचायतों में लगभग तीन लाख की जनसंख्या पीड़ित है. बाढ़ की स्थिति को देखते हुए सभी जिला प्रशासन युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्य में लगा हुआ है.