बिहार की राजधानी पटना का मौसम साल के पहले दिन शनिवार को दिन भर सर्द बना रहा. पूरे दिन धूप नहीं निकली और पछुआ हवाएं चलती रहीं. इससे लोगों को कनकनी का आभास होता रहा. मौसम विज्ञान केंद्र के आंकड़ों के अनुसार पटना शहर के अधिकतम व न्यूनतम तापमान में मात्र चार डिग्री का अंतर दर्ज किया. वहीं अधिकतम तापमान में सामान्य से छह डिग्री की गिरावट दर्ज की गयी.
पटना का अधिकतम तापमान 16.1 डिग्री व न्यूनतम तापमान 12.0 डिग्री सेल्सियस रहा. शहर में सहत से 1.5 किमी ऊपर पछुआ और उत्तर पछुआ हवाएं चलीं. ऐसे में वर्ष के पहले दिन राजधानी पटना आसपास के बड़े शहरों में अधिक सर्द रही. रांची का अधिकतम तापमान 20.8 डिग्री, वाराणसी का 18.4 डिग्री रहा.
नयी दिल्ली का अधिकतम तापमान 20.2 और लखनऊ का अधिकतम तापमान 21.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो पटना के अधिकतम तापमान के मुकाबले अधिक थे और इन शहरों के न्यूनतम तापमान पटना के मुकाबले कम होने के कारण यहां दिन भर सर्दी कम रही. मौसम पूर्वानुमान के अनुसार अगले दो तीन दिनों के मौसम में कोई विशेष अंतर नहीं आने वाला है.
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पटना में बढ़ती ठंड में दिल के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. मरीजों की धमनियां व नसें सिकुड़ने से दिल का दौरा व धड़कन रुकने वाले मरीजों की संख्या तीन गुना बढ़ गयी है. उम्रदराज लोगों के साथ-साथ 30 से 40 साल के युवा भी चपेट में आ रहे हैं. शहर के पीएमसीएच, आइजीआइसी, पटना एम्स व आइजीआइएमएस आदि सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों में दिल के मरीजों के बने आइसीयू व सामान्य वार्ड भर गये हैं.
आइजीआइएमएस के हृदय रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ बीपी सिंह ने बताया कि इमरजेंसी में रोजाना दिल के करीब आठ से 10 नये मरीज इलाज कराने आ रहे हैं. यहां करीब आइसीयू के 18 बेड पर दिल के मरीज भर्ती हैं. आइजीआइसी इमरजेंसी में रोजाना दिल के 120 नये मरीज इलाज कराने आ रहे हैं, जबकि गर्मियों में यह संख्या रोजाना 90 से 95 थी.