Weather forecast, Bihar Flood LIVE Updates: कोसी, बागमती समेत कई नदियों का जलस्तर बढ़ा, कई जिलों में अलर्ट जारी

राज्य में सोमवार को हुई भारी बारिश के कारण कोसी, बागमती, कमला बलान, अधवारा, महानंदा नदियों के जलस्तर और ऊपर चढ़ गया है. केंद्रीय जल आयोग के अनुसार इन सभी नदियों के साथ घाघरा नदी के जलस्तर में मंगलवार को भी बढ़ोतरी की संभावना है. जल संसाधन विभाग ने सभी तटबंधों को सुरक्षित होने का दावा किया है. गंडक, कमला बलान, बागमती एवं अधवारा समूह की अन्य नदियों के जल संग्रह क्षेत्रों में लगातार हो रही वर्षा के कारण इनके जलस्तर में वृद्धि होने की संभावना है. इससे दरभंगा मधुबनी, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर और खगड़िया जिले के साथ-साथ पूर्वी चंपारण, शिवहर, समस्तीपुर एवं बेगूसराय जिलों में विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता जतायी है. आपदा प्रबंधन विभाग ने सभी जिलों से निगरानी रखने और संभावित बाढ़ के मद्देनजर सभी आवश्यक कार्रवाई कर लेने का निर्देश दिया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 21, 2020 2:55 PM

मुख्य बातें

राज्य में सोमवार को हुई भारी बारिश के कारण कोसी, बागमती, कमला बलान, अधवारा, महानंदा नदियों के जलस्तर और ऊपर चढ़ गया है. केंद्रीय जल आयोग के अनुसार इन सभी नदियों के साथ घाघरा नदी के जलस्तर में मंगलवार को भी बढ़ोतरी की संभावना है. जल संसाधन विभाग ने सभी तटबंधों को सुरक्षित होने का दावा किया है. गंडक, कमला बलान, बागमती एवं अधवारा समूह की अन्य नदियों के जल संग्रह क्षेत्रों में लगातार हो रही वर्षा के कारण इनके जलस्तर में वृद्धि होने की संभावना है. इससे दरभंगा मधुबनी, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर और खगड़िया जिले के साथ-साथ पूर्वी चंपारण, शिवहर, समस्तीपुर एवं बेगूसराय जिलों में विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता जतायी है. आपदा प्रबंधन विभाग ने सभी जिलों से निगरानी रखने और संभावित बाढ़ के मद्देनजर सभी आवश्यक कार्रवाई कर लेने का निर्देश दिया है.

लाइव अपडेट

छह जिलों में वज्रपात की चेतावनी

पटना : जमुई, शेखपुरा, लखीसराय, मुंगेर, बेगूसराय और खगडिया में अगले दो से तीन घंटों में वर्षा और वज्रपात की आशंका है. मौसम विभाग ने इस संबंध में चेतावनी जारी की है. आसमान में बादल छाने पर लोगों को बेवजह घर से बाहर नहीं निकलने की सलाह दी गयी है.

बाढ़ प्रभावितों के लिए नाव से भेजा गया भोजन

दरभंगा: जिलाधिकारी डॉ त्यागराजन एसएम के निर्देश पर वरीय पदाधिकारियों द्वारा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया गया. केवटी रनवे, खिरमा, विरौल और बाजितपुर में पोकलेन मशीन लगाकर पानी निकाला गया. जिलाधिकारी के निर्देश पर असराहा और डिहटोल के बाढ़ प्रभावितों के लिए नाव से भोजन भेजवाया गया.

तटबंधों पर नजर रखने का निर्देश

बेतिया: जिलाधिकारी ने कहा कि जिले में लगातार हो रही बारिश तथा गंडक एवं अन्य नदियों के जलस्तर में तेजी से हो रही वृद्धि को देखते हुए सभी संबंधित अधिकारी सचेत रहें और सभी तटबंधों पर पैनी नजर बनायें रखें।

सीवान और बक्सर में अलर्ट

पटना : मौसम विभाग ने सीवान और बक्सर में जिले में अगले तीन घंटों में वर्षा और व्रजपात की चेतावनी दी है. विभाग ने आसमान में बादल छाने के बाद बिना कारण घर से लोागों को बाहर नहीं आने की सलाह दी है.

गंडक नदी में पानी छोड़ने की संभावना

बेतिया: गंडक नदी में 4.5 लाख क्यूसेक पानी छोड़ने की संभावना को लेकर पूरे अधिकारियों को अलर्ट कर दिया गया है। जिलाधिकारी द्वारा सभी अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि तटबंधों के अंदर बसे लोगों को बाहर सुरक्षित स्थानों पर रखा जाय।

अगले 72 घंटे के बीच मानसून की अच्छी बारिश की संभावना

सबौर : मंगलवार से अगले 72 घंटे के बीच मानसून की अच्छी बारिश की संभावना है. दक्षिणी पश्चिमी मानसून लगातार तीव्र हो रहा है. सोमवार को मानसून की अक्षय रेखा भागलपुर के ऊपर से गुजरने के कारण अगले 72 घंटे तक हल्की एवं मध्यम वर्षा के साथ गर्जन एवं वज्रपात की संभावना है. सोमवार को 42.6 मिलीमीटर वर्षा हुई. दिन भर वर्षा के कारण अधिकतम तापमान में 2.3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आयी. जबकि न्यूनतम तापमान में 1 डिग्री सेल्सियस का वृद्धि हुआ. बीएयू के मौसम विभाग के अनुसार तापमान में और मामूली गिरावट होगी.

राहत केंद्रों में सोशल डिस्टैंसिंग और मास्क का प्रयोग अनिवार्य

पटना : मुख्यमंत्री ने कहा कि राहत केंद्रों में सोशल डिस्टैंसिंग और मास्क का प्रयोग अनिवार्य रूप से होना चाहिए. अगर बाढ़ प्रभावित किसी क्षेत्र में कोई कंटेनमेंट जोन चिन्हित है, तो उनके लिए अलग से आपदा राहत केंद्र बनाकर उन्हें सहायता पहुंचायी जाये. ऐसे लोगों को सामान्य बाढ़ पीड़ितों से अलग रखने की व्यवस्था की जाये.

ठनका गिरने से सात लोग गंभीर रूप से झुलसे

मनेर. थाना क्षेत्र के रामपुर दियारा सोन घाट पर सोमवार सुबह ठनका गिरने से सात लोग झुलस गये. गांव वाले झुलसे लोगों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे. लेकिन वहां चिकित्सक न रहने से लगभग दो घंटे तक घायल तड़पते रहे. इस दौरान आक्रोशित परिजन व ग्रामीण हंगामा करने लगे. वहीं मुखिया पति ई मिथलेश कुमार ने अस्पताल में चिकित्सक न रहने की सूचना सिविल सर्जन को दी और लोगों को शांत किया.

बाढ़ से घिरे लोगों को तुरंत बाहर निकालने के निर्देश

पटना : पिछले कुछ दिनों से नेपाल और गंडक नदी क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आपदा प्रबंधन विभाग और संबंधित जिलों के डीएम को खासतौर से अलर्ट रहने का निर्देश दिया है. इन इलाकों में लगातार वर्षा के कारण गंडक नदी के डिस्चार्ज और इसके जलस्तर में काफी वृद्धि होने की आशंका है. सीएम ने कहा कि गंडक नदी क्षेत्र के निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को वहां से हटाकर चिन्हित ऊंचे और सुरक्षित स्थानों पर जल्द पहुंचाया जाये. राहत और बचाव कार्य के लिए भी पूरी तरह से तैयार रहने का निर्देश सीएम ने दिया है.

सारण, गोपालगंज और बेतिया में अलर्ट

पटना . बिहार में दक्षिणी-पश्चिमी मॉनसून चरम पर है. सोमवार को पूरे प्रदेश में कई जगहों पर भारी बारिश दर्ज की गयी. मंगलवार को भी भारी बारिश का पूर्वानुमान जारी किया गया है. बारिश के साथ साथ पूरे प्रदेश में ठनका गिरने की आशंका है. आपदा प्रबंधन विभाग ने पश्चिमी चंपारण, सारण और गोपालगंज जिलों को खास तौर पर अलर्ट किया है. विभाग ने कहा है कि गंडक नदी क्षेत्र में कल सुबह तक पांच लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने की आशंका है. इससे इन जिलों में बाढ़ की स्थिति विकराल हो सकती है. दरभंगा,मधुबनी, सीतामढ़ी मुजफ्फरपुर, खगड़िया,पूर्वी चंपारण, शिवहर,समस्तीपुर और बेगूसराय में भारी बारिश के आसार हैं. इसकी वजह से इस इलाके में बहने वाली नदियां मसलन कमला बलान,बागमती,गंडक और अधमारा समूह की नदियों में जल स्तर में अप्रत्याशित वृद्धि हो सकती है.

गंडक और कोसी का जल स्तर बढ़ा

केंद्रीय जल आयोग के अनुसार कोसी नदी का जलस्तर खगड़िया जिले के बलतारा में खतरे के निशान से 152 सेमी ऊपर था. गंडक नदी का जलस्तर गोपालगंज के डुमरिया घाट पर खतरे के निशान से 98 सेमी ऊपर था. बुढ़ी गंडक नदी रोसड़ा में खतरे के निशान से 34 सेमी ऊपर बह रही है. बागमती नदी ढेंग ब्रिज पर खतरे के निशान से 10 सेमी ऊपर, रुन्नी सैदपुर में 17 सेमी, बेनीबाद में 65 सेमी और हायाघाट में 30 सेमी ऊपर बह रही थी. इस के जलस्तर में मंगलवार को भी बढ़ोतरी की संभावना है. कमला बलान का जलस्तर जयनगर नगर में 23 सेमी और झंझारपुर रेल पुल के पास खतरे के निशान से 37 सेमी ऊपर था. अधवारा समूह की नदियां कमतौल में 90 सेमी और एकमीघाट में खतरे के निशान से 44 सेमी ऊपर बह रही थी. महानंदा नदी ढेंगरा घाट में खतरे के निशान से 54 सेमी और झावा में 39 सेमी ऊपर बह रही थी.

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